कांगड़ा: ज्वालामुखी मंदिर मार्ग पर हाईकोर्ट के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ती दिख रही हैं. मंदिर मार्ग पर अवैध कब्जाधारियों के हौसले एक बार फिर बुलंद हो गए हैं. मंदिर मार्ग पर कुछ दुकानदार व फड़ी लगाने वाले कानून को नजरअंदाज कर अपना सामान बाहर लगाकर बेच रहे हैं.
बता दें कि तहबाजारियों से सरकार को कोई आय प्राप्त नहीं हो रही है. मंदिर मार्ग दिन-प्रतिदिन संकरी होता जा रहा है. यहां तक कि कई बार यात्रियों के साथ हाथपाई की नौबत भी देखी गई है. इस मार्ग से स्थानीय प्रशासन के अलावा मंदिर के लिए प्रतिदिन कोई न कोई आलाधिकारी आता-जाता रहता है, लेकिन इस समस्या की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता.
बीते दिन देहरा स्थित न्यायालय की मुख्य दंडाधिकारी शीतल शर्मा ने स्थानीय प्रशासन को साथ लेकर मंदिर मार्ग पर अतिक्रमण को हटाया व स्थानीय प्रशासन को इन्हें हटाने के कड़े निर्देश दिए, लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है. माननीय न्यायाधीश ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए थे कि मंदिर मार्ग पर किसी प्रकार का अतिक्रमण सहन नहीं होगा और आदेशों की अवहेलना करने वाले दुकानदारों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन की सभी हिदाइतों को दरकिनार करते हुए फड़ी व दुकानदारों के कारण मंदिर मार्ग में यथास्थिति बनी हुई है.
गौरतलब है कि मंदिर मार्ग पर हाईकोर्ट के आदेशानुसार तहबाजारियों (रेहड़ी-फड़ी) लगाने की अनुमति नहीं है मंदिर मार्ग पर अवैध कब्जे के आगे प्रशासन नसमस्तक दिख रहा है. इन अवैध कब्जाधारियों की वजह से मंदिर मार्ग की सुंदरता को ग्रहण लग गया है. समय रहते इस समस्या पर अंकुश नहीं लगाया गया तो यह विकराल रूप धारण कर लेगी. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को अच्छी सुविधाएं न मिलना भी श्रद्धालुओं की कमी का एक कारण है, जो की चिंता का विषय है.स्थानीय लोगों का कहना है की मंदिर मार्ग पर अवैध कब्जाधारियों (रेहड़ी-फड़ी) के खिलाफ कड़ा कानून अमल में लाया जाना चाहिए, जिससे की तहबाजारी दोबारा ऐसा न करें. मंदिर मार्ग पर अवैध तहबाजारियों का मामला हमारे संज्ञान में आया है.
एडीसी काँगड़ा राघव शर्मा ने कहा कि मंदिर मार्ग पर अवैध तहबाजारियों और अवैध कब्जाधारियों को किसी भी कीमत पर नहीं सहन किया जायगा. हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना न हो इसके लिए एसडीएम ज्वालामुखी को आदेश दे दिए हैं, ताकि इस मामले पर तुरंत कार्रवाई की जाए.