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शक्तिपीठ ज्वालामुखी मार्ग पर बेखौफ तहबाजारियों के हौसले बुलंद, हाईकोर्ट के आदेशों की उड़ रही धज्जियां - illegal occupation in jwalamukhi

ज्वालामुखी मंदिर मार्ग पर हाईकोर्ट के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. देहरा स्थित न्यायालय की मुख्य दंडाधिकारी शीतल शर्मा ने स्थानीय प्रशासन को साथ लेकर मंदिर मार्ग पर अतिक्रमण को हटाया व स्थानीय प्रशासन को इन्हें हटाने के कड़े निर्देश दिए, लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है.

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Published : Sep 3, 2019, 4:53 PM IST

कांगड़ा: ज्वालामुखी मंदिर मार्ग पर हाईकोर्ट के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ती दिख रही हैं. मंदिर मार्ग पर अवैध कब्जाधारियों के हौसले एक बार फिर बुलंद हो गए हैं. मंदिर मार्ग पर कुछ दुकानदार व फड़ी लगाने वाले कानून को नजरअंदाज कर अपना सामान बाहर लगाकर बेच रहे हैं.

बता दें कि तहबाजारियों से सरकार को कोई आय प्राप्त नहीं हो रही है. मंदिर मार्ग दिन-प्रतिदिन संकरी होता जा रहा है. यहां तक कि कई बार यात्रियों के साथ हाथपाई की नौबत भी देखी गई है. इस मार्ग से स्थानीय प्रशासन के अलावा मंदिर के लिए प्रतिदिन कोई न कोई आलाधिकारी आता-जाता रहता है, लेकिन इस समस्या की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता.

वीडियो

बीते दिन देहरा स्थित न्यायालय की मुख्य दंडाधिकारी शीतल शर्मा ने स्थानीय प्रशासन को साथ लेकर मंदिर मार्ग पर अतिक्रमण को हटाया व स्थानीय प्रशासन को इन्हें हटाने के कड़े निर्देश दिए, लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है. माननीय न्यायाधीश ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए थे कि मंदिर मार्ग पर किसी प्रकार का अतिक्रमण सहन नहीं होगा और आदेशों की अवहेलना करने वाले दुकानदारों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन की सभी हिदाइतों को दरकिनार करते हुए फड़ी व दुकानदारों के कारण मंदिर मार्ग में यथास्थिति बनी हुई है.

illegal occupation In jwalamukhi
डिजाइन फोटो.

गौरतलब है कि मंदिर मार्ग पर हाईकोर्ट के आदेशानुसार तहबाजारियों (रेहड़ी-फड़ी) लगाने की अनुमति नहीं है मंदिर मार्ग पर अवैध कब्जे के आगे प्रशासन नसमस्तक दिख रहा है. इन अवैध कब्जाधारियों की वजह से मंदिर मार्ग की सुंदरता को ग्रहण लग गया है. समय रहते इस समस्या पर अंकुश नहीं लगाया गया तो यह विकराल रूप धारण कर लेगी. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को अच्छी सुविधाएं न मिलना भी श्रद्धालुओं की कमी का एक कारण है, जो की चिंता का विषय है.स्थानीय लोगों का कहना है की मंदिर मार्ग पर अवैध कब्जाधारियों (रेहड़ी-फड़ी) के खिलाफ कड़ा कानून अमल में लाया जाना चाहिए, जिससे की तहबाजारी दोबारा ऐसा न करें. मंदिर मार्ग पर अवैध तहबाजारियों का मामला हमारे संज्ञान में आया है.

illegal occupation In jwalamukhi
ज्वालामुखी में अवैध कब्जाधारी नहीं हटा रहे अतिक्रमण.

एडीसी काँगड़ा राघव शर्मा ने कहा कि मंदिर मार्ग पर अवैध तहबाजारियों और अवैध कब्जाधारियों को किसी भी कीमत पर नहीं सहन किया जायगा. हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना न हो इसके लिए एसडीएम ज्वालामुखी को आदेश दे दिए हैं, ताकि इस मामले पर तुरंत कार्रवाई की जाए.

कांगड़ा: ज्वालामुखी मंदिर मार्ग पर हाईकोर्ट के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ती दिख रही हैं. मंदिर मार्ग पर अवैध कब्जाधारियों के हौसले एक बार फिर बुलंद हो गए हैं. मंदिर मार्ग पर कुछ दुकानदार व फड़ी लगाने वाले कानून को नजरअंदाज कर अपना सामान बाहर लगाकर बेच रहे हैं.

बता दें कि तहबाजारियों से सरकार को कोई आय प्राप्त नहीं हो रही है. मंदिर मार्ग दिन-प्रतिदिन संकरी होता जा रहा है. यहां तक कि कई बार यात्रियों के साथ हाथपाई की नौबत भी देखी गई है. इस मार्ग से स्थानीय प्रशासन के अलावा मंदिर के लिए प्रतिदिन कोई न कोई आलाधिकारी आता-जाता रहता है, लेकिन इस समस्या की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता.

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बीते दिन देहरा स्थित न्यायालय की मुख्य दंडाधिकारी शीतल शर्मा ने स्थानीय प्रशासन को साथ लेकर मंदिर मार्ग पर अतिक्रमण को हटाया व स्थानीय प्रशासन को इन्हें हटाने के कड़े निर्देश दिए, लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है. माननीय न्यायाधीश ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए थे कि मंदिर मार्ग पर किसी प्रकार का अतिक्रमण सहन नहीं होगा और आदेशों की अवहेलना करने वाले दुकानदारों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन की सभी हिदाइतों को दरकिनार करते हुए फड़ी व दुकानदारों के कारण मंदिर मार्ग में यथास्थिति बनी हुई है.

illegal occupation In jwalamukhi
डिजाइन फोटो.

गौरतलब है कि मंदिर मार्ग पर हाईकोर्ट के आदेशानुसार तहबाजारियों (रेहड़ी-फड़ी) लगाने की अनुमति नहीं है मंदिर मार्ग पर अवैध कब्जे के आगे प्रशासन नसमस्तक दिख रहा है. इन अवैध कब्जाधारियों की वजह से मंदिर मार्ग की सुंदरता को ग्रहण लग गया है. समय रहते इस समस्या पर अंकुश नहीं लगाया गया तो यह विकराल रूप धारण कर लेगी. मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को अच्छी सुविधाएं न मिलना भी श्रद्धालुओं की कमी का एक कारण है, जो की चिंता का विषय है.स्थानीय लोगों का कहना है की मंदिर मार्ग पर अवैध कब्जाधारियों (रेहड़ी-फड़ी) के खिलाफ कड़ा कानून अमल में लाया जाना चाहिए, जिससे की तहबाजारी दोबारा ऐसा न करें. मंदिर मार्ग पर अवैध तहबाजारियों का मामला हमारे संज्ञान में आया है.

illegal occupation In jwalamukhi
ज्वालामुखी में अवैध कब्जाधारी नहीं हटा रहे अतिक्रमण.

एडीसी काँगड़ा राघव शर्मा ने कहा कि मंदिर मार्ग पर अवैध तहबाजारियों और अवैध कब्जाधारियों को किसी भी कीमत पर नहीं सहन किया जायगा. हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना न हो इसके लिए एसडीएम ज्वालामुखी को आदेश दे दिए हैं, ताकि इस मामले पर तुरंत कार्रवाई की जाए.

Intro:शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर मार्ग पर अवैध फड़ी बालों (तहबाजारियों) के हौसले एक बार फिर बुलंद, सड़क पर सज रही दुकानें


हाई कोर्ट के आदेशों की उड़ रही सरेआम धज्जियां
तहबाजारियों में क़ानून नाम का कोई खौफ नहीं Body:

जवालामुखी, 2 सितम्बर (नितेश): ज्वालामुखी मंदिर मार्ग पर हाईकोर्ट के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ती दिख रही हैं। मंदिर मार्ग पर अवैध कब्जा धारियों के हौसले एक फिर बुलंद हो गए हैं। मंदिर मार्ग पर कुछ दुकानदार व फड़ी लगाने वाले क़ानून को नजरअंदाज कर अपना सामान सरेआम बाहर लगाकर बेच रहे हैं। इन तहबाजारियों से न तो सरकार को कोई आय प्राप्त होती है वहीं इनके कारण मंदिर मार्ग दिन प्रतिदिन संकरी होता जा रहा है। यहां तक की कई बार यात्रियों के साथ हाथपाई की नौबत भी देखी गई है। इस मार्ग से स्थानीय प्रशासन के अलावा मंदिर के लिए प्रतिदिन कोई न कोई आलाधिकारी आता जाता रहता है लेकिन इस समस्या की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता।
दरअसल तहबाजारी के चलते ज्वालामुखी मंदिर मार्ग दिन प्रतिदिन संकरी होता जा रहा है। ऐसा मालूम होता है यहां क़ानून नाम का कोई खौफ नहीं है।
गत दिन देहरा स्थित न्यायालय की मुख्य दंडाधिकारी शीतल शर्मा ने स्थानीय प्रशासन को साथ लेकर मंदिर मार्ग पर अतिक्रमण को हटाया व स्थानीय प्रशासन को इन्हे हटाने के कड़े निर्देश दिए थे लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। माननीय न्यायाधीश ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए थे कि मंदिर मार्ग पर किसी प्रकार का अतिक्रमण सहन नहीं होगा व आदेशों की अवहेलना करने वाले दुकानदारों पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी लेकिन प्रशासन की सभी हिदाइतो को दरकिनार करते हुए फड़ी वालों व दुकानदारों के कारण मंदिर मार्ग में यथास्थिति बनी हुई है।
गौरतलब है कि मंदिर मार्ग पर हाईकोर्ट के आदेसानुसार तहबाजारियों (रेहड़ी फड़ी) लगाने की अनुमति नहीं है मंदिर मार्ग पर अवैध कब्जे के आगे प्रशासन नसमस्तक दिख रहा है। इन अवैध कव्जाधारियो की वजह से मंदिर मार्ग की सुंदरता को ग्रहण लग गया है। यदि समय रहते इस समस्या पर अंकुश नहीं लगाया गया तो यह बिकराल रूप धारण कर लेगी। मंदिर में आने बाले श्रद्धालुओ को अच्छी सुविधाएं न मिलना भी श्रधालुओ की कमी का एक कारण है जो की चिंता का विषय है।
स्थानीय लोगों का कहना है की मंदिर मार्ग पर अवैध कव्जाधारियो (रेहड़ी फड़ी) के खिलाफ कडा क़ानून अमल में लाया जाना चाहिए जिससे की यह लोग दोवारा ऐसा करने की ना सोच सकें।

Conclusion:व्यान
ए डी सी काँगड़ा राघव शर्मा
मंदिर मार्ग पर अवैध तहबाजारियों का मामला हमारे संज्ञान में आया है। मंदिर मार्ग पर अबैध तहबाजारियों और अवैधकब्जाधारियो को किसी भी क़ीमत पर नहीं सहन किया जायगा। हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना न हो इसके लिए हमने एस डी एम जवालामुखी को आदेश दे दिए है की इस पर तुरंत कार्यबाही की जाए व समय समय पर इस तरह की कारबाही होती रहे।
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