ज्वालामुखी: बालिका आश्रम गरली से 14 वर्षीय नाबालिग दीवार फांद कर भाग गई. नाबालिग के भागने की खबर आश्रम प्रबंधन ने रक्कड़ पुलिस को दी. सूचना मिलते ही रक्कड़ पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी.
बता दें कि मानसिक तौर से बीमार होने के कारण लड़की को 15 जून को ऊना से यहां लाया गया था. आश्रम प्रबंधन के अनुसार शनिवार सुबह जब साढ़े सात बजे के करीब हाजिरी लगाई तो लड़की मौजूद थी.
बालिका आश्रम की दीवार फांद कर भागी नाबालिग अपने घर में मिली, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल - उच्चाधिकारियों
गरली बालिका आश्रम से 14 वर्षीय नाबालिग दीवार फांद कर भाग गई. नाबालिग के भागने की खबर आश्रम प्रबंधन ने रक्कड़ पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस मामले की जांच में जुट गई.
बालिका आश्रम गरली
ज्वालामुखी: बालिका आश्रम गरली से 14 वर्षीय नाबालिग दीवार फांद कर भाग गई. नाबालिग के भागने की खबर आश्रम प्रबंधन ने रक्कड़ पुलिस को दी. सूचना मिलते ही रक्कड़ पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी.
बता दें कि मानसिक तौर से बीमार होने के कारण लड़की को 15 जून को ऊना से यहां लाया गया था. आश्रम प्रबंधन के अनुसार शनिवार सुबह जब साढ़े सात बजे के करीब हाजिरी लगाई तो लड़की मौजूद थी.
Intro:बालिका आश्रम गरली से दीवार फांद भागी नाबालिग, अपने घर ऊना पहुंची
15 जून को आश्रम में लाई गई थी नाबालिगBody:ज्वालामुखी, 21जुलाई (नितेश):
एक 14 वर्षीय नाबालिग बालिका आश्रम गरली की दीवार फांदकर भाग गई। नाबालिग के भागने की खबर आश्रम प्रबंधन ने रक्कड़ पुलिस को दी। सूचना मिलते ही रक्कड़ पुलिस मामले की जांच में जुट गई। आश्रम की दीवार फांद भागने के बाद नाबालिग बस से अपने घर ऊना पहुंच गई है।
बता दें कि नाबालिग को 15 जून को ऊना से यहां लाया गया था। नाबालिग मानसिक तौर पर बीमार है। आश्रम प्रबंधन के अनुसार शनिवार सुबह जब साढ़े सात बजे के करीब हाजिरी लगाई तो नाबालिग लड़की मौजूद थी।
उसके बाद जब देखा तो नाबालिग नहीं थी। यह देखकर आश्रम स्टाफ के हाथ पांव फूल गए। आश्रम स्टाफ ने जगह-जगह उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद आश्रम प्रबंधन ने रक्कड़ पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही रक्कड़ पुलिस की टीम आश्रम पहुंची और मामले की जांच शुरू की।
नाबालिग की तलाश शुरू कर दी। जब पुलिस ने नाबालिग के घर संपर्क किया तो वह वहां पहुंच गई है। पुलिस के अनुसार नाबालिग किसी बस के माध्यम से ऊना पहुंची है और उसके बाद अपने घर। बता दें कि बालिक आश्रम प्रबंधन कई बार उच्चाधिकारियों को दीवार ऊंची करने के लिए कह चुका है, लेकिन अब तक इस बावत कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है।
यह तो गनीमत है कि नाबालिग सही सलामत अपने घर पहुंच गई। अगर कोई हादसा हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता। Conclusion:डीएसपी ज्वालामुखी तिलक राज ने बताया कि एक नाबालिग गरली बालिक आश्रम से गायब हो गई थी। नाबालिग लड़की अपने घर ऊना पहुंच गई है।
15 जून को आश्रम में लाई गई थी नाबालिगBody:ज्वालामुखी, 21जुलाई (नितेश):
एक 14 वर्षीय नाबालिग बालिका आश्रम गरली की दीवार फांदकर भाग गई। नाबालिग के भागने की खबर आश्रम प्रबंधन ने रक्कड़ पुलिस को दी। सूचना मिलते ही रक्कड़ पुलिस मामले की जांच में जुट गई। आश्रम की दीवार फांद भागने के बाद नाबालिग बस से अपने घर ऊना पहुंच गई है।
बता दें कि नाबालिग को 15 जून को ऊना से यहां लाया गया था। नाबालिग मानसिक तौर पर बीमार है। आश्रम प्रबंधन के अनुसार शनिवार सुबह जब साढ़े सात बजे के करीब हाजिरी लगाई तो नाबालिग लड़की मौजूद थी।
उसके बाद जब देखा तो नाबालिग नहीं थी। यह देखकर आश्रम स्टाफ के हाथ पांव फूल गए। आश्रम स्टाफ ने जगह-जगह उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। इसके बाद आश्रम प्रबंधन ने रक्कड़ पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही रक्कड़ पुलिस की टीम आश्रम पहुंची और मामले की जांच शुरू की।
नाबालिग की तलाश शुरू कर दी। जब पुलिस ने नाबालिग के घर संपर्क किया तो वह वहां पहुंच गई है। पुलिस के अनुसार नाबालिग किसी बस के माध्यम से ऊना पहुंची है और उसके बाद अपने घर। बता दें कि बालिक आश्रम प्रबंधन कई बार उच्चाधिकारियों को दीवार ऊंची करने के लिए कह चुका है, लेकिन अब तक इस बावत कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है।
यह तो गनीमत है कि नाबालिग सही सलामत अपने घर पहुंच गई। अगर कोई हादसा हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता। Conclusion:डीएसपी ज्वालामुखी तिलक राज ने बताया कि एक नाबालिग गरली बालिक आश्रम से गायब हो गई थी। नाबालिग लड़की अपने घर ऊना पहुंच गई है।