धर्मशाला: स्मार्ट सिटी धर्मशाला का नगर निगम मैन पावर की कमी से जूझ रहा है. मैन पावर बढ़ाने के लिए नगर निगम ने सरकार को तीसरी बार प्रस्ताव भेजा है. पहले भी दो बार ऐसे प्रस्ताव सरकार को भेजे हैं, लेकिन अभी तक स्टाफ में इजाफा नहीं हो पाया है.
मेयर देवेंद्र जग्गी ने कहा कि स्टाफ की कमी से जूझ रही निगम ने तीसरी बार सरकार को मैन पावर बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है. नगर परिषद धर्मशाला के पहले स्टाफ से ही वर्तमान में नगर निगम का काम चलाया जा रहा है. ऐसे में कामों में हो रही देरी से शहरवासियों को परेशानी हो रही है. इसकी वजह से तीसरी बार सरकार को इस संबंध में प्रस्ताव भेजा है.
धर्मशाला के मेयर जग्गी ने बताया कि निगम प्रशासन अब हर महीने तीसरे सोमवार को लोगों की शिकायतें सुनेगा. साथ ही निगम ने शिमला की तर्ज पर धर्मशाला को भी मर्ज एरिया स्पेशल ग्रांट देने की मांग उठाई है. वहीं, लक्ष्य योजना को भी निगम प्रशासन अगले दो साल तक जारी रखना चाहता है.
देवेंद्र जग्गी ने कहा कि नगर निगम के गठन के समय आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों को इसमें शामिल किया गया था. उस दौरान मर्ज एरिया के विकास के लिए 10 करोड़ रुपये की ग्रांट जारी की गई थी. उन्होंने कहा कि अब शिमला की तर्ज पर धर्मशाला को भी मर्ज एरिया स्पेशल ग्रांट दी जाए. इसके लिए भी नगर निगम ने प्रस्ताव पारित किया है.
मेयर ने कहा कि नगर निगम धर्मशाला में लक्ष्य योजना तीन साल के लिए अधिसूचित थी. इसके लिए निगम ने प्रस्ताव पारित किया है कि उसे अगले दो सालों तक जारी रखा जाए. निगम पारित प्रस्ताव को सरकार को भेजेगा. सरकार से अनुमति मिलने पर नगर निगम धर्मशाला में दो साल लगातार लक्ष्य योजना को चलाया जाएगा. गौरतलब है कि मर्ज एरिया के ग्रामीण मनरेगा के तहत कार्य करते थे, उन्हें नगर निगम में कार्य देने के लिए लक्ष्य योजना शुरू की गई है.
जनमंच कार्यक्रम की तर्ज पर नगर निगम धर्मशाला भी जन शिकायतें सुनेगी. साथ ही हर पंद्रह दिन बाद लंबित कार्यों और नक्शों की समीक्षा की जाएगी. यह फैसला नगर निगम के मेयर देवेंद्र जग्गी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया गया शहरवासी अपनी समस्याओं को निगम अधिकारियों और पदाधिकारियों को बता सकेंगे. इसके लिए हर महीने का तीसरे सोमवार का दिन फिक्स रहेगा.
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