धर्मशाला: रविवार देर रात से हो रही बारिश की वजह से एक बार फिर से कांगड़ा जिले में नदी-नाले उफान पर हैं. पिछले हफ्ते बाढ़ से जान माल का भारी नुकसान हुआ था जिसको देखते हुए इस बार जिला प्रशासन एक्शन मोड में है. इस संबंध में उपायुक्त निपुण जिंदल ने बताया कि जिला कांगड़ा में तेज बारिश होने के कारण कुछ जगहों पर भूस्खलन व पेड़ों के गिर जाने के कारण नेशनल हाईवे पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई थी लेकिन पीडब्ल्यूडी की मशीनरी की सहायता से नेशनल हाईवे को पूरी तरह से वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है.
उपायुक्त निपुण जिंदल ने बताया कि नेशनल हाईवे पठानकोट मंडी 32 मील के समीप बरसात के कारण भूस्खलन हो गया था, जिससे वाहनों के आवजाही भी प्रभावित हुई थी लेकिन पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों ने नेशनल हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लिए जल्द ही बहाल कर दिया.
उपायुक्त ने बताया कि फतेहपुर उपमंडल के तहत टटवाली पंचायत के नगोह गांव में बरसात के कारण 13 घरों को नुकसान पहुंचा है. इसमें से 5 घरों को ज्यादा नुकसान हुआ है. एसडीएम अंकुश शर्मा ने राजस्व अधिकारियों सहित मौके पर जाकर नुकसान का जायजा लिया. उन्होंने प्रभावित परिवारों को प्रशासन की तरफ से 5 से 10 हजार रुपए की फौरी राहत प्रदान करने के साथ राशन भी मुहैया करवाया है. उपायुक्त ने बताया कि प्रशासन द्वारा प्रभावित परिवारों को स्थानीय गुरुद्वारे में ठहरने की अस्थाई व्यवस्था की गई है. उपायुक्त ने बताया कि इस घटना में किसी की जानी नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन इस घटना में दो पशु मृत बताये जा रहे हैं, वहीं एक पशु लापता है.
निपुण जिंदल ने बताया कि इस घटना के अलावा जिले में किसी भी प्रकार की जान माल की नुकसान की खबर नहीं है. उन्होंने जिला कांगड़ा के लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि भारी बारिश के कारण नदी नाले उफान पर हैं. लोग इन दिनों नदी नालों से दूर रहें. उन्होंने बताया कि कुछ लोग अपने जानवरों को लेकर नदी नालों के पास चले जाते हैं. बरसात के मौसम के दौरान सभी लोग नदी नालों के पास जाने से परहेज करें. डीसी ने बताया कि प्रशासन किसी भी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
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