धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में जेबीटी भर्ती में बीएड धारकों को स्थान दिए जाने पर जेबीटी धारक भड़क गए हैं. इसी को लेकर धर्मशाला डाईट कॉलेज के बाहर मंगलवार को जेबीटी धारकों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया. यही नहीं जेबीटी धारकों ने कक्षाओं का भी बहिष्कार किया है. वहीं, जेबीटी धारकों का कहना है कि जेबीटी भर्ती में बीएड धारकों को ही रखना था तो उनके समय को क्यों खराब किया गया. उनका कहना है कि जेबीटी भर्ती में बीएड धारकों को सम्मिलित करने का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा बीएड धारकों को जेबीटी भर्ती में पात्रता देने का निर्णय सही नहीं है.
जेबीटी धारकों का सरकार के खिलाफ प्रदर्शन: दरअसल, जेबीटी भर्ती में बीएड धारकों को स्थान देने पर जेबीटी धारको ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. जेबीटी यूनियन के प्रदेश महासचिव जगदीश मंडयाल का कहना है कि शिक्षा विभाग ने बैच वाइज जेबीटी की जो भर्ती की है उसमें जेबीटी धारकों को कोई स्थान नही दिया गया है, जबकि इसमें बीएड धारकों को ही रखा गया है. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैंसले का भी इंतजार नही किया गया जो अगले महीने आना वाला है. जगदीश मंडयाल ने कहा कि अगर जेबीटी भर्ती में बीएड बालों को ही राखना था उनके समय को क्यों खराब किया गया.
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य के समक्ष रखी मांग: उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल में भी उन्हे आश्वासन ही मिली तथा अब कांग्रेस सरकार से भी उन्हे आश्वासन ही मिल रहे हैं. उन्होंने सरकार से मांग की कि भर्ती प्रक्रिया में जेबीटी धारकों को स्थान दिया जाए. उन्होंने कहा कि हमलोग अपनी मांग को लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य के समक्ष भी रखे हैं. जेबीटी भर्ती में बीएड की एंट्री पर जेबीटी धारक पहले से ही विरोध करते आ रहे हैं. जेबीटी धारको का कहने है कि सरकार ने उनके साथ अन्याय किया है.
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