धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा मार्च 2019 में संचालित दसवीं व बारहवीं की वार्षिक परीक्षाओं में 25 फीसदी से कम परीक्षा परिणाम पर शिक्षा विभाग ने संज्ञान लिया है. शिक्षा विभाग ने 25 फीसदी से कम परीक्षा परिणाम वाले स्कूलों की सूची एक हफ्ते में भेजने के आदेश संबंधित स्कूलों को जारी किए हैं.
स्कूलों को ये जानकारी स्कूल व टीचर वाइज देनी होगी. साथ ही परीक्षा परिणाम क्यों कम रहा इसका कारण भी बताना होगा. इस संबंध में निदेशक उच्चतर शिक्षा ने उपनिदेशक कार्यालय धर्मशाला को आदेश जारी किए थे, जिस पर उपनिदेशक कार्यालय ने जिला के सरकारी व निजी स्कूलों जिनका परिणाम 25 फीसदी से कम रहा है, उनसे शिक्षक वाइज सूची मांगी है.
जानकारी देने के लिए स्कूलों को एक हफ्ते का समय दिया गया है. इसके लिए शिक्षा विभाग ने बकायदा पत्र जारी किया है. पत्र में शिक्षकों को अपना पूरा डाटा देना होगा और परीक्षा परिणाम कम रहने का कारण भी बताना होगा.
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जानकारी के अनुसार जिला कांगड़ा के 103 सरकारी व निजी स्कूलों का परिणाम 26 फीसदी से कम रहा है. वहीं, 336 सरकारी व निजी स्कूल ऐसे हैं, जिनका परिणाम 51 फीसदी से कम और 26 फीसदी से ज्यादा रहा है. जिला में 50 ऐसे स्कूल हैं, जिनका दसवीं का परीक्षा परिणाम 26 फीसदी से कम रहा है, जबकि 216 ऐसे स्कूल हैं, जिनका परीक्षा परिणाम 51 फीसदी से कम और 26 फीसदी से अधिक रहा है. बारहवीं के परीक्षा परिणाम की बात करें तो 53 स्कूलों का परिणाम 26 फीसदी से कम, जबकि 120 ऐसे स्कूल हैं, जिनका परिणाम 51 फीसदी से कम और 26 फीसदी से अधिक रहा है.
उच्च शिक्षा जिला कांगड़ा के उपनिदेशक गुरदेव सिंह ने कहा कि जिला में जिन स्कूलों का दसवीं व बारहवीं का परीक्षा परिणाम 25 फीसदी से कम रहा है. उन स्कूलों की सूची एक हफ्ते के अंदर मांगी गई है. स्कूलों से सूचनाएं आने के बाद डाटा कंपाइल करके उच्चा शिक्षा निदेशालय को भेजा जाएगा.
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