धर्मशाला: कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के भरमाड़ में ₹62 लाख की लागत से निर्मित नलकूप का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने जनसभा को भी संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने कहा प्रदेश के हर खेत तक पानी पहुंचा कर खेती के ढांचे में बदलाव लाया जाएगा, जिसके लिए प्रदेश सरकार तत्परता से कार्य कर रही है.
कांगड़ा जिले के ज्वाली विधानसभा में कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने नलकूप का उद्घाटन किया. कृषि मंत्री ने कहा कि इस नलकूप के लगने से क्षेत्र में जल वृद्धि होने के साथ लगभग 63 किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी. जिससे करीब 17.05 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी. भरमाड़ क्षेत्र में सिंचाई और पेयजल सुविधा को सुचारू बनाए रखने के लिए नाबार्ड के तहत 10 करोड़ रुपए की लागत से 15 नलकूप लगाए गए हैं. ज्वाली विधानसभा क्षेत्र में 22 और ट्यूबवेल लगाए जा रहे हैं, जिसके लिए टेंडर प्रक्रिया प्रगति पर है.
उन्होंने कहा इसके अलावा विधायक प्राथमिकता के तहत 15 और नलकूप लगाने की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है. जिनकी डीपीआर तैयार की जा रही है. विधानसभा क्षेत्र में नलकूपों का जाल बिछाया जा रहा है, जिससे यहां की जमीन को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा, जो किसानों को अपनी खेती के ढांचे में बदलाव लाने और उनकी आर्थिकी मजबूत बनाने में सहायक सिद्ध होगा.
चंद्र कुमार ने कहा राज्य सरकार लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए नए-नए फैसले ले रही है. साथ ही इसे निश्चित समयावधि में धरातल पर लागू कर रही है. ताकि पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ मिल सके. प्रदेश सरकार ने आपदा से प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने और उनके स्थाई पुनर्वास के लिए ₹4500 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज घोषित किया है. प्रभावितों के घरों के पुनर्निर्माण के लिए जहां मुआवजे में कई गुणा इजाफा किया गया है, वहीं फसलों को हुए नुकसान के लिए प्रभावित किसानों के मुआवजे में भी बढ़ोतरी की गई है.
कृषि मंत्री ने कहा राजस्व संबंधित कार्यों के समयबद्ध निपटारे के लिए राज्य सरकार द्वारा नया राजस्व संसोधन विधेयक पारित किया गया है, जिससे निशानदेही, तकसीम, इंतकाल सहित अन्य राजस्व कार्यों में शीघ्र निपटारा सुनिश्चित होगा. इस मौके पर कृषि मंत्री ने जनसमस्याएं भी सुनीं और अधिकांश मामलों का मौके पर ही समाधान किया. जबकि शेष शिकायतों के समय से निपटारे के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए. वहीं, स्थानीय निवासी गुरचरण सिंह ने कृषि मंत्री के माध्यम से आपदा राहत कोष के लिए 5100 रूपए की राशि दी.