धर्मशाला: हिमाचल विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत विपक्ष के सदन से वॉकआउट के साथ हुई. पूर्व विधानसभा स्पीकर विपिन सिंह परमार ने विधानसभा में सत्र के दौरान स्टोन क्रेशर को लेकर सवाल उठाया था. जिस पर प्रदेश सरकार के जवाब पर असंतोष जताते हुए विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया और बाहर आकर जमकर नारेबाजी की.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सदन के अंदर विधानसभा सदस्य विपिन सिंह परमार ने प्रदेश में स्टोन क्रशर को लेकर सवाल उठाया, लेकिन इस पर जो जवाब सरकार की ओर से मुख्यमंत्री ने रखा वह हास्यास्पद है. सरकार को झूठ बोलने की आदत लग गई है. - जयराम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हिमाचल में एक नई प्रथा शुरू कर दी है, सब बंद कर दो. प्रदेश सरकार ने पहले गड़बड़ियों की बात कहकर स्टोन क्रशर बंद कर दिए, लेकिन जब इसको लेकर तथ्य मांगे गए तो सरकार के पास कोई जवाब नहीं है. जयराम ठाकुर ने कहा कि आने वाले समय में स्टोन क्रशर मामले में भी बड़ा घोटाला होने की संभावना है. उन्होंने आरोप लगाया कि मौजूदा समय में इस तरह के प्रश्न पैदा हो गए हैं कि स्टोन क्रशर संचालकों को बार-बार बुलाकर पूछा जा रहा है कि स्टोन क्रेशर खोलना है तो आओ बात करो.
स्टोन क्रशर के सवाल पर सरकार कोई जवाब नहीं दे पाई. आजकल और मंत्री बनने हैं, जिससे मंत्रियों को डर है कि उनका विभाग न छीन जाए, इसलिए मंत्री सही से जवाब नहीं दे पा रहे हैं. - बिक्रम सिंह, पूर्व उद्योग मंत्री
पूर्व उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने कहा कि विपक्ष से ओर से सदन में को स्टोन क्रेशर को लेकर सवाल उठाया गया था, लेकिन सरकार की ओर से इस विषय पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया. जिसके बाद सदन के अंदर इस प्रश्न पर सप्लीमेंट्री की मांग की गई, लेकिन विपक्ष की मांग के बावजूद अध्यक्ष की ओर से सप्लीमेंट्री पर मंजूरी नहीं दी गई. जिसके बाद विपक्ष के पास केवल वॉकआउट का रास्ता ही बचा था और ऐसे में भाजपा के विधायक सदन से बाहर चले आए.
ये भी पढ़ें: टोकरियों में गोबर लेकर विधानसभा पहुंचे भाजपा विधायक, सुक्खू सरकार से पूछा- आखिर कब खरीदोगे गोबर?