ज्वालामुखी: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए ज्वालामुखी मंदिर में पुजारियों द्वारा हवन यज्ञ निरंतर किया जा रहा है. अमंगलकारी कोरोना से बचाने के लिए पिछले 7 दिनों से हवन यज्ञ किया जा रहा है और यह न्यास के आगामी आदेशों तक जारी रहेगा.
पुजारी सौरभ, शुभ्रांशु भूषण दत्त ने बताया कि हवन यज्ञ का वैज्ञानिक आधार है और पुराणों में भी इसका लेख है. हवन से हर प्रकार के 94 फीसदी जीवाणुओं का नाश होता है. पर्यावरण की शुद्धता व सेहत के लिए हवन लाभदायक है. बड़ी से बड़ी बीमारी या वायरस से बचाव का हवन और यज्ञ ही एकमात्र उपाय है. हवन की अग्नि से वातावरण शुद्ध होता है. मनुष्य को प्रभावित करने वाली शक्तियां यज्ञ की अग्नि व धुएं से ही समाप्त हो जाती हैं. विश्व कल्यानार्थ यह यज्ञ सफल हो सबकी यही कामना है और जल्द से जल्द पूरे विश्व को कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से छुटकारा मिले.
3 पुजारी कर रहे अनुष्ठान
मंदिर में निरंतर 3 पुजारी हवन यज्ञ व अनुष्ठान कर रहे हैं. मंदिर के कपाट बंद हैं और कर्मचारी निरंतर अपनी सफाई व्यवस्था बनाए हुए हैं व सुरक्षा व्यवस्था भी चाक चौबंद हैं.
शारीरिक दूरी का भी रखा जा रहा ध्यान
हवन में घी, गिलोय एवं अन्य सामग्री के अलावा आम की लकड़ियों का प्रयोग हो रहा है. शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखा जा रहा है. हवन करने वाले आचार्य पुजारी सब दूरी बनाकर आसन ग्रहण कर रहे हैं.