ETV Bharat / state

स्वतंत्रता सैनानी का राष्ट्रपति भवन में हुआ अपमान, पूर्व कांग्रेस विधायक ने की कार्रवाई की मांग

बिलासपुर के स्वतंत्रता सेनानी डंडू राम को राष्ट्रपती भवन में जाने की अनुमति नहीं दी गई. इस पर स्वतंत्रता सैनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष संजय रतन ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए.

freedom fighter from bilaspur
author img

By

Published : Aug 14, 2019, 9:35 AM IST

Updated : Aug 14, 2019, 10:14 AM IST

ज्वालामुखीः विधानसभा क्षेत्र ज्वालामुखी के पूर्व स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक संजय रतन ने बिलासपुर के 93 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी डंडू राम के दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में जाने की अनुमती न मिलने पर कड़ा ऐतराज जताया है.

उपाध्यक्ष ने इस मामले में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से जवाबदेही की मांग की और कहा कि संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई भी की जानी चाहिए. उन्होनें कहा कि हिमाचल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि जिन स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी की लड़ाई लड़ी है, आज उन्हें चंद अफसरों की नाकामी के चलते शर्मसार होना पडा.

संजय रतन ने बताया कि उन्होनें इस पीड़ा के चलते खाना पीना भी छोड़ दिया है और कहा कि कांग्रेस के समय में भी स्वतंत्रता सेनानियों को राष्ट्रपति भवन के समारोहों में हिमाचल से भेजा जाता रहा है, लेकिन कभी उनके साथ ऐसा नहीं हुआ.

ये भी पढे़ें -दुनिया का सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाला राज्य बनेगा हिमाचल, सरकार कर रही ये प्रयास

संजय रतन ने कहा कि उनके पिता स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए स्वयं जिम्मेदारी से इस पूरी प्रक्रिया को निभाते रहे, ताकि किसी को भी राष्ट्रपति भवन में कोई मुश्किल ना आए. उपाध्यक्ष संजय रतन ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि हिमाचल में स्वतंत्रता सेनानीकल्याण बोर्ड का जल्द पुर्नगठन किया जाए ताकि भविष्य में किसी को भी ऐसी दिक्कत का सामना ना करनी पड़े.

ये भी पढे़ें - अनोखा है भगवान शिव का ये मंदिर, हर 12 साल में यहां गिरती है आकाशीय बिजली

ज्वालामुखीः विधानसभा क्षेत्र ज्वालामुखी के पूर्व स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक संजय रतन ने बिलासपुर के 93 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी डंडू राम के दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में जाने की अनुमती न मिलने पर कड़ा ऐतराज जताया है.

उपाध्यक्ष ने इस मामले में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से जवाबदेही की मांग की और कहा कि संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई भी की जानी चाहिए. उन्होनें कहा कि हिमाचल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि जिन स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी की लड़ाई लड़ी है, आज उन्हें चंद अफसरों की नाकामी के चलते शर्मसार होना पडा.

संजय रतन ने बताया कि उन्होनें इस पीड़ा के चलते खाना पीना भी छोड़ दिया है और कहा कि कांग्रेस के समय में भी स्वतंत्रता सेनानियों को राष्ट्रपति भवन के समारोहों में हिमाचल से भेजा जाता रहा है, लेकिन कभी उनके साथ ऐसा नहीं हुआ.

ये भी पढे़ें -दुनिया का सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाला राज्य बनेगा हिमाचल, सरकार कर रही ये प्रयास

संजय रतन ने कहा कि उनके पिता स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए स्वयं जिम्मेदारी से इस पूरी प्रक्रिया को निभाते रहे, ताकि किसी को भी राष्ट्रपति भवन में कोई मुश्किल ना आए. उपाध्यक्ष संजय रतन ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि हिमाचल में स्वतंत्रता सेनानीकल्याण बोर्ड का जल्द पुर्नगठन किया जाए ताकि भविष्य में किसी को भी ऐसी दिक्कत का सामना ना करनी पड़े.

ये भी पढे़ें - अनोखा है भगवान शिव का ये मंदिर, हर 12 साल में यहां गिरती है आकाशीय बिजली

Intro:Body:बिलासपुर के स्वतंत्रता सेनानी के अपमान पर मुख्यमंत्री लें संज्ञान : संजय रतन

कहा- हिमाचल में स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड का पुर्नगठन भी जल्द करे सरकार
ज्वालामुखी, 13 अगस्त (नितेश): ज्वालामुखी विस से पूर्व स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड उपाध्यक्ष स्वं पं सुशील रतन के पुत्र पूर्व विधायक संजय रतन ने बिलासपुर के 93 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी डंडू राम के दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में न जाने देने से हुए तिरस्कार पर कडा ऐतराज जताते हुए इस मामले में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को जबाबदेह अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही करने की मांग उठाते हुए कहा कि हिमाचल के इतिहास में पहली बार हुआ है कि जिन स्वतंत्रता सेनानीयों ने आजादी की लडाई लडी आज उन्हे चंद अफसरों की नाकामी के चलते तिरस्कृत होना पडा। उन्हे इस बात का दुख है कि उन्होने खाना पीना भी इस पीड़ा के चलते छोड दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समय में भी स्वतंत्रता सेनानीयों को राष्ट्रपति भवन के समारोहों में हिमाचल से भेजा जाता रहा है लेकिन कभी उनके साथ ऐसा नही हुआ जो कि निंदनीय है। उनके पिता स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए स्वयं जिम्मेदारी से इस पूरी प्रक्रिया को निभाते रहे, ताकि किसी को भी कोई मुुश्किल राष्ट्रपति भवन में ना आए। उन्होने मुख्यमंत्री ने मांग की है कि हिमाचल में स्वतंत्रता सेनानी कल्याण बोर्ड का पुर्नगठन भी नही हुआ है, जिसे सरकार जल्द करे और बिलासपुर के स्वतंत्रता सेनानी से हुए तिरस्कार पर उनसे माफी भी मांगी जाए।Conclusion:
Last Updated : Aug 14, 2019, 10:14 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.