पालमपुरः हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्य संसदीय सचिव और सुलह के पूर्व विधायक जगजीवन पाल ने सुलह विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री राहत कोष की बंदरबांट में भाजपा सरकार पर फिर हमला बोला है. पालमपुर में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बिना नाम लिए सुलह भाजपा नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष के धन का वितरण अपने लोगों में ही करते हुए पात्र लोगों की अनदेखी की है.
भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बांटा सीएम रिलीफ फंड
जगजीवन पाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरटीआई से प्राप्त जानकारी अनुसार सुलह विधानसभा की दो तहसीलों में ही मुख्यमंत्री फंड के 32 लाख 36 हजार 100 रुपये भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बांट दिए गए हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को किडनी ट्रांसप्लांट और अन्य गंभीर बीमारियों के लिए पात्र मरीजों को वितरित 5 लाख रुपये को लेकर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन संपन्न परिवारों से संबंधित जिला भाजपा अध्यक्ष सहित अन्य कार्यकर्ताओं में वितरित करना नियमों के विरुद्ध है.
भाजपा महिला नेत्री के नाम पर राशि जारी करने का आरोप
जगजीवन पाल ने बताया कि शीघ्र ही शेष 3 तहसीलों में भी मुख्यमंत्री राहत कोष के अंतर्गत भाजपा कार्यकर्ताओं को पहुंचाए लाभ की आरटीआई हासिल कर सार्वजनिक किया जाएगा. उन्होंने फिर स्पष्ट किया कि सुलह में भाजपा के ऊंचे पद पर महिला नेत्री के नाम भी सीएम रिलीफ फंड से उप तहसील सुलह में चेक काटा गया है.
यह धनराशि खाते में जमा हुई या नहीं, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि सुलह क्षेत्र में सीएम रिलीफ फंड की बंदरबांट और लूट को कांग्रेस पार्टी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने सरकार से इस मामले की गंभीरता से जांच करके पात्र लोगों को लाभ देने की मांग की है.
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