पालमपुर: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते सरकार को कठोर फैसले लेने चाहिए. सरकार और चुनाव आयोग को आने वाले 6 महीने में कहीं पर भी किसी भी तरह का कोई भी चुनाव नहीं करवाने का फैसला करना चाहिए. ये बात पूर्व सीएम शांता कुमार ने कही है. पूर्व सीएम शांता कुमार ने कहा कि कोरोना संकट दिन प्रतिदिन भयंकर होता जा रहा है. लाशों के ढेर रूह को भी कंपा रहे हैं. इसलिए सरकार को इस वक्त कठोर फैसले लेने चाहिए.
कठोर फैसले लेने की जरूरत
पूर्व सीएम शांता कुमार ने कहा कि मद्रास उच्च न्यायालय की फटकार जनता की भावनाओं के अनुसार है. इस भयंकर परिस्थिति में सरकार को कठोर निर्णय तय करने चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार शादी में केवल दो ही परिवारों के होने का फैसला करें. किसी भी तरह का धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम नहीं होना चाहिए. कोरोना संक्रमण के बढ़ने का सबसे बड़ा कारण सरकार और जनता की लापरवाही है. आज भी कुंभ में लाखों नहीं पर हजारों साधु स्नान कर रहे हैं. नेता यहां वहां घूम रहे हैं और उनके पीछे समर्थकों की फौज चल रही है. नेताओं के शादियों में भी जाने पर भी नियमों की धज्जियां उड़ती है.
आपात स्थिति के अलावा कहीं दौरे पर न जाएं नेता
पूर्व सीएम शांता कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री दिल्ली में बैठ कर पूरे देश को चला रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय सभाओं को भी दिल्ली से ही संबोधित कर रहे हैं. ऐसे में अब किसी भी प्रदेश का कोई नेता आपात स्थिति के अलावा कहीं दौरे पर न जाएं. प्रधानमंत्री मोदी की तरह प्रदेश के नेता एक जगह पर बैठ कर ही सब कुछ कर सकते हैं. इससे पैसा भी बचेगा और कोरोना भी नहीं फैलेगा.
कांगड़ा में कोरोना संक्रमण के सबसे अधिक मामले
पूर्व सीएम ने कहा कि शादियों में 50 व्यक्तियों का नियम सरेआम टूट रहा है. उन्होंने कहा कि जहां नेता जा रहे हैं वहां नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. पूरे प्रदेश में कांगड़ा जिला सबसे अधिक पीड़ित जिला है. यहां पर कोरोना से मरने वालों की संख्या भी ज्यादा है.
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