कांगड़ा: देश भर में आज डब्ल्यूएचओ की ओर से वर्ल्ड हियरिंग डे मनाया गया. इसी कड़ी में कांगड़ा जिले के निजी व सरकारी अस्पतालों में भी वर्ल्ड हियरिंग डे मनाया गया और लोगों को अपने कानों को कैसे सुरक्षित रखा जाए, इस बारे में विस्तार से बताया गया. वहीं, ईएनटी के स्पेस्लिस्ट डॉ. राजीव गुप्ता ने बताया कि अगर युवाओं को अपने कानों को सुरक्षित रखना है तो उन्हें हेडफोन का इस्तेमाल काम करना होगा. उन्होंने बताया कि अगर युवा एक दिन में दो से तीन घंटों तक हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें आने वाले समय मे भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
ईएनटी के स्पेशलिस्ट डॉ. राजीव गुप्ता ने कहा कि कुछ खास आदतें हैं, जिन्हें अपनाने से लोग अपने कानों को सुरक्षित रख सकते है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग मौजूदा समय मे हेडफोन का ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं. डब्ल्यूएचओ के अनुसार अगर हम अपना हेडफोन एक दिन में दो से तीन घंटे इस्तेमाल करते हैं तो चार पांच साल के बाद दस प्रतिशत से ज्यादा संभावना है कि ऐसे लोगों को कान की बीमारी हो सकती है. वहीं, कुछ लोग अपने कानों को साफ करने के लिए ईयर बड्स का इस्तेमाल करते हैं. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक ईयर बड्स का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इससे कान का संक्रमण होने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है.
उन्होंने कहा कि मामूली जुकाम खांसी की वजह से भी कुछ लोगों को कान में इन्फेक्शन हो जाता है. उन्होंने कहा कि ज्यादातर लोग इसे अनदेखा कर देते हैं और कान से पस का निकलने को भी लोग एक आम सी बात मानते हैं. उन्होंने कहा कि अगर युवाओं के अंदर या फिर बच्चों के कान से पस निकलता है और अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो कान के पर्दे में छेद हो सकता है.
उन्होंने कहा कि अगर एक बार कान के पर्दे में छेद हो जाए तो कान की सुनने की क्षमता जा सकती है. उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों में कान में कई तरह के संक्रमण होने की आशंका भी बनी रहती है. उन्होंने सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति को कान से संबंधित कोई भी शिकायत हो तो तुरंत अपने निजी चिकित्सक से संपर्क करें. ताकि समय रहते बीमारी का इलाज किया जा सके.
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