ज्वालामुखी: ज्वालाजी के मुख्य मंदिर मार्ग में कैनोपी कार्य के दौरान पीने के पानी की पाइपें गन्दी नालियों के बीच से गुजार दी गई हैं, जिसके चलते स्थानीय लोगों में कड़ा रोष देखने को मिल रहा है. लोगों का कहना है कि पानी की लीकेज के दौरान इस पानी के दूषित होने का खतरा है जिससे बीमारियां फैल सकती हैं. हैरानी की बात यह है कि पीने के पानी की पाइपों की गहराई लगभग 1 फीट होनी चाहिए. वहीं, इन पाइपों को आधे फीट नालियों के बीच में से गुजार दिया गया है.
एबीडी विभाग द्वारा करोड़ों की लागत से कैनोपी बनाने का कार्य किया जा रहा है. इसी के साथ बारिश व गन्दे पानी की निकासी के लिए नालियां भी बनाई जा रही हैं जिसके चलते पीने के पानी की पाइपें भी इन्हीं गन्दे पानी की निकासी वाली नालियों में ही दबाई जा रही है. जिसका स्थानीय लोगों ने कड़ा विरोध किया है.
पानी के पाइप के ऊपर ही निकासी की नालियों का निर्माण किया जा रहा है. जिसकी वजह से निकासी नालियां बाधित हो सकती है और पीने के पानी की पाइपें जाम होने की स्थिति में रिपेयर भी नहीं की जा सकती है.
स्थानीय लोगों व दुकानदारों ने मांग की है कि पानी की पाइपों को नालियों से दूर बनाया जाना चाहिए जिससे लोगों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े
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एसडीएम ज्वालामुखी अंकुश शर्मा का कहना है कि मामला उनके सामने आया है जल्द ही पीएचई व एबीडी विभाग से बैठक कर मामले का समाधान किया जाएगा.