धर्मशाला: कांगड़ा जिले के धर्मशाला में आज जेबीटी प्रशिक्षुओं ने धर्मशाला पुलिस ग्राउंड से लेकर प्रारंभिक शिक्षा विभाग कचहरी तक प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली. धर्मशाला पहुंचे अलग-अलग कॉलेजों से छात्रों ने प्रारंभिक शिक्षा विभाग के उपनिदेशक के माध्यम से सरकार को ज्ञापन सौंपा और मांग रखी कि बीएड प्रशिक्षुओं को जेबीटी में शामिल न किया जाए. इस दौरान जेबीटी प्रशिक्षुओं ने प्रदेश सरकार का जमकर विरोध किया.
जेबीटी प्रशिक्षुओं ने प्रदर्शन के दौरान अपनी मांगों को लेकर जमकर सरकार विरोधी नारेबाजी की. जेबीटी प्रशिक्षु संघ के सचिव रोहित ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जेबीटी प्रशिक्षुओं की संख्या 40,000 से ज्यादा है. प्राथमिक कक्षा के छात्रों को जेबीटी प्रशिक्षु ही बेहतर तरीके से पढ़ा सकते हैं. उन्होंने कहा की जब बीएड डिग्री धारक जेबीटी में आ जाएंगे तो उनका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. बेरोजगार प्रशिक्षुओं ने कहा कि नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने बीएड डिग्री धारकों को जेबीटी भर्ती में शामिल करने का गलत फैसला लिया है.
प्रशिक्षुओं ने कहा कि यह मामला अभी कोर्ट में है सरकार को बीएड धारकों की जेबीटी में भर्ती नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमने कई बार पूर्व सरकार को अपनी मांगों से अवगत कराया. पूर्व सरकार ने हमारी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया. बेरोजगार प्रशिक्षुओं ने कहा कि नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने बीएड डिग्री धारकों को जेबीटी भर्ती में शामिल करने का सही फैसला नहीं है. उन्होंने प्रदेश कांग्रेस सरकार से अग्रह किया है कि उनकी इस मांग को समय रहते पूरा किया जाए, ताकि बेरोजगार जेबीटी प्रशिक्षु अपने आप को ठगा सा महसूस न करे.
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