धर्मशाला: नगर निगम के तहत मनरेगा में दिहाड़ी लगाने वाली महिलाओं ने अपने बकाया वेतन को लेकर नगर निगम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन (Demonstration of womens laborers in Dharamshala)किया. वहीं, प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इस मौके पर सभी महिलाओं ने राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के बैनर(INTUC rally in Dharamshala) तले रोष रैली रैली भी निकाली और निगम कार्यालय के बाहर धरना दिया. महिलाओं ने नगर निगम पर आरोप लगाया कि पिछले 1 वर्ष से उन्हें वेतन के नाम पर गुमराह किया गया.
इंटक के प्रदेश महामंत्री सीताराम सैनी ने कहा कि रोजगार के नाम पर प्रदेश की भाजपा सरकार मजदूरों साथ धोखा कर रही.रोजगार गारंटी के नाम पर मजदूरों को अंधेरे में रखा गया.सरकार की घोषणाएं कागजों तक ही सीमित रह गई. सैनी ने कहा कि कोरोना काल में मजदूरों पर पहले ही संकट छाया हुआ है. वहीं, सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा आज इन महिला मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि महिला मजदूरों के बकाया वेतन को लेकर इंटक ने जनवरी माह से सरकार के साथ पत्र व्यवहार किया ,लेकिन सरकार की तरफ से मजदूरों के वेतन को लेकर कोई हां नहीं भरी गई ,जिससे महिला मजदूरों को आज नगर निगम व सरकार के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करने को विवश होना पड़ रहा है. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर नगर निगम व सरकार ने उनकी मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया तो मजदूर को आंदोलन तेज करना पड़ेगा.
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