धर्मशाला: कांगड़ा एयरपोर्ट पर रविवार से इंडिगो एयरलाइंस ने अपनी हवाई सेवा शुरू कर दी है. इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह दिल्ली से वर्चुअली जुड़े. जिन्होंने कांगड़ा एयरपोर्ट के लिए पहली इंडिगो एयरलाइन (दिल्ली-धर्मशाला-दिल्ली) को हरी झंडी दिखाई. कांगड़ा एयरपोर्ट पर रविवार को इंडिगो का 78 सीटर विमान पहली बार उतरा, जिसमें दिल्ली से 67 यात्रियों ने कांगड़ा एयरपोर्ट तक का सफर किया. जबकि कांगड़ा एयरपोर्ट से 56 यात्रियों ने इंडिगो विमान से दिल्ली की ओर प्रस्थान किया.
यह विमान सेवा सप्ताह के सातों दिन कांगड़ा एयरपोर्ट के लिए सेवाएं देगी. यह सेवा दिल्ली से सुबह 8:25 बजे कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंचेगी और हर दिन वापिस 8:50 पर दिल्ली वापिस जाएगी. जबकि इंडिगो की ओर से एक अन्य हवाई सेवा भी शुरू की जा रही है, जो कि सोमवार से आरंभ होगी और सप्ताह में 4 दिन यानी सोमवार, बुधवार, वीरवार और शुक्रवार को सेवाएं देगी, जो कि 12:55 बजे कांगड़ा पहुंचेगी और 1:15 बजे वापिस दिल्ली के लिए रवाना होगी.
बड़े एयरपोर्ट से होगी निर्बाध कनेक्टिविटी: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में इंडिगो कनेक्टिविटी की सुविधा के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि इंडिगो पहाड़ी राज्य में बिना फ्लाइट के सही मायने में राष्ट्रीय एयरलाइन नहीं बन सकती थी. एक बड़े हवाईअड्डे की मांग करते हुए अनुराग ने कहा कि वर्तमान में पूरे भारत से हिमाचल आने वाले यात्रियों को दिल्ली जाना पड़ता है और फिर राज्य के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़नी पड़ती है. एक बड़ा हवाई अड्डा यात्रियों को सीधी निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा.
अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की बदौलत देश में एयरपोर्ट की संख्या 74 से बढ़कर 140 हो गई है, जो 60 वर्ष में नहीं हो पाया, वो मोदी सरकार ने 8 वर्ष में कर दिखाया है. उड़ान योजना के कारण हवाई चप्पल में लोग हवाई जहाज में यात्रा कर सकते हैं. कांगड़ा हवाई अड्डा पांच जिलों को आसानी से जोड़ता है और राज्य की आधी आबादी को सीधे लाभान्वित करता है. इंडिगो की यह एकल उड़ान राज्य के आधे हिस्से और पंजाब के कुछ स्थानों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने में एक लंबा रास्ता तय करती है.
हिमाचल में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा: केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि कांगड़ा हवाई अड्डे ने 1990 में अपनी पहली उड़ान देखी थी. बाद में इसके संचालन का विस्तार हुआ और अब इसका रनवे 1376 मीटर का है. आने वाले समय में इसका विस्तारीकरण भी किया जाना है. उन्होंने कहा कि धर्मशाला में दलाई लामा की उपस्थिति के कारण हवाईअड्डे पर बहुत अधिक ट्रैफिक देखा जाता है. जबकि, कांगड़ा एयरपोर्ट पूरे उत्तर-पश्चिमी हिमाचल को हवाई संपर्क प्रदान करता है. इंडिगो की उड़ान से हिमाचल में और अधिक पर्यटक आएंगे, जिससे यहां के लोगों को फायदा होगा.
दो चरणों में होगा एयरपोर्ट का विस्तार: इस दौरान केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांगड़ा एयरपोर्ट का विस्तार दो चरणों में किया जाएगा. नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में पिछले 65 वर्षों में जो हासिल नहीं हुआ, वह पिछले 9 वर्षों में 148 हवाई अड्डों और हेलीपोर्ट के निर्माण के साथ हासिल किया गया है. मंत्रालय अगले तीन से चार वर्षों के भीतर इस संख्या को 200 से अधिक करने के लक्ष्य की दिशा में काम कर रहा है. यह प्रयास बड़े मेट्रो हवाई अड्डों के साथ-साथ अंतिम मील कनेक्टिविटी प्रदान करने वाले दूरस्थ हवाई अड्डों को समान महत्व देगा.