पालमपुर: जिला कांगड़ा के पालमपुर उपमंडल की पंचायत चचियां के गांव दराटी के निवासी हीरा लाल ठाकुर व उनकी धर्मपत्नी शांता देवी ने खुद को पूरी एहतियात के साथ होम क्वारंटाइन कर लिया है. 3 महीने से दोनों अपने किराये के मकान में बद्दी ही रह रहे थे, जैसे ही वैश्विक महामारी पूरे भारत में फैलने लगी तो पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया. हीरा लाल और उनकी पत्नी घर आना चाहते थे, लेकिन परमिशन ना मिलने की वजह से वहीं फंसे रहे.
ऐसे में उनको पास मिलते ही 30 अप्रैल को वे दोनों घर पहुंचे. जैसे ही वे अपने गांव पहुंचे तो उन्होंने घर में रहने की बजाए घर के सामने खेतों में ही बने टेंट में रहना शुरू किया है. वह इसमें 28 दिन तक रहेंगे. दोनों पति पत्नी वहीं पर खाना बना रहे हैं, वहीं रहते हैं और अलग शौचालय का इस्तेमाल करते हैं. सरकार के दिशा निर्देश बिलकुल स्पष्ट हैं कि जो भी बाहर से घर आ रहे हैं वे खुद को होम क्वारंटाइन करें.
ऐसे में सरकार के निर्देशों की पालना करते हुए खुद के घर के बाहर खेतों में शेड तैयार करके रहने वाले इस दम्पति ने पूरे देश को एक सन्देश दिया है. हीरा लाल ठाकुर एवं शांता देवी जैसे जिम्मेवार नागरिकों की वजह से ही हमारा देश कोरोना से जंग जीतेगा. वहीं, पूरे क्षेत्र में दोनों की जमकर तारीफ की जा रही है.
हीरा लाल ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश सरकार बार-बार कोरोना महामारी के लिए लोगो को संदेश दे रहे हैं वहीं से मेरे मन में इस तरह से ऐसा करने का विचार आया. जिसको लेकर अपने पिता से अपने घर के पास टैंट लगाने की बात की.
हीरा लाल ने बताया कि हमारी सहायता घर वालों के अलावा पड़ोस वाले भी कर रहे हैं. विशेषकर गांव के प्रधान हमारी बहुत सहायता कर रहे हैं. हीरा लाल ने अपनी तरह जो लोग बाहर से अपने घर आ रहे उनसे अपील करते हुए कहा कि वह सोशल डिसटेंसिंग का ध्यान रखें.
ग्राम पंचायत चचियां के प्रधान सुरेश पठानिया ने बताया कि हीरालाल ने अपनी वापसी के संदर्भ में उन्हें अवगत करवाया था. उन्होंने कहा कि उनके लिए टैंट लगा दिया जाए जिसे उनके घर वालों के साथ मिलकर लगा दिया गया और पंचायत जो भी हीरालाल के सहायता की जा सकती है की जा रही है.
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