कांगड़ा: कोरोना संक्रमण से अब तक जिले के शहर व कस्बे बचे हुए हैं, लेकिन अब यहां भी संक्रमण का पूरा खतरा बना है. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अब पूरे जिला कांगड़ा में रैंडम सैंपल लेने पर जोर दे रहा है.
इसके अलावा रेड जोन से आए लोगों को चिह्नित कर उनके सैंपल टेस्टिंग की संख्या बढ़ा दी है, जिससे जिले में कोरोना संक्रमण की असली तस्वीर सामने आ सके.
कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग रोजाना 100 से अधिक सैंपल एकत्रित कर उन्हें जांच के लिए भेज रहा है. विभाग पहले उन लोगों के सैंपल लेने पर जोर दे रहा था जो रेड जोन से आये थे और जिनमें कोरोना के लक्षण सामने आ रहे थे, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अब उन सब लोगों के सैंपल एकत्रित करेगा जो रेड जोन से जिला कांगड़ा में आये हैं.
बता दें कि रैंडम सैंपल लेने की वजह से ही पंचरुखी थाने में तैनात हेड कांस्टेबल की रिपोर्ट सामने आई है. वहीं, अधिकतम पॉजिटिव मामले उन लोगों के सामने आ रहे जो बाहरी राज्यों से प्रदेश में आएं है.
हजारों की संख्या में बाहरी राज्यों से आए इन लोगों को प्रशासन ने होम क्वारंटाइन तो किया है, लेकिन सभी लोगों के सैंपल नहीं लिए. इस बारे अधिक जानकारी देते हुए सीएमओ कांगड़ा गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि जिला में रैंडम सैंपल लेने का काम शुरू कर दिया गया है. रोजाना तकरीबन 100 सैंपल लिए जा रहे हैं जिन्हें अब बढ़ा दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि रैंडम सैंपलिंग पूरे जिले में की जाएगी और अधिक्तम उन लोगों के सैंपल लिए जाएंगे जो रेड जोन से जिला में आए हैं. पिछले सात दिनों में जिला कांगड़ा में कोरोना के 10 मामले सामने आए हैं. इनमें एक पुलिस कर्मी सहित एक डॉक्टर भी कोरोना संक्रमित हैं.
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