धर्मशाला: कोरोना महामारी से जूझ रहे विश्व में शायद ही कोई ऐसा वर्ग होगा, जिसपर कोरोना का असर न पड़ा हो. प्रोफेशनल कोर्स करने वाले छात्रों की प्लेसमेंट पर भी कोरोना का असर पड़ा है. कंपनियां आर्थिक समस्याओं के कारण पहले की तरह नौकरियां नहीं दे रही हैं. ऐसे में इस साल केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के छात्रों को प्लेसमेंट न होने के कारण अपने भविष्य की चिंता सता रही है.
इसके अलावा छात्र ऑनलाइन पढ़ाई से भी ज्यादा फायदा न होने की बात कह रहे हैं. छात्रों का कहना है कि क्लास में पढ़ाई और ऑनलाइन पढ़ाई का माहौल अलग होता है. प्रैक्टिकल से बहुत कुछ सीखने को मिलता है, लेकिन अब ऑनलाइन पढ़ाई में थ्योरी ही पढ़ाई जाती है.
वहीं, केंद्रीय विश्वविद्यालय से इस साल प्लेसमेंट में चुने गए छात्र अभी तक कंपनी में ज्वाइन नहीं कर पाए हैं क्योंकि कोरोना के कारण कहीं ना कहीं कॉर्पोरेट सेक्टर में संकट चल रहा है. वहीं, लॉकडाउन से पहले हुई छात्रों की प्लेसमेंट को लेकर सीयू धर्मशाला में स्कूल ऑफ कॉमर्स मैनजमेंट स्टडीज के डीन के प्रोफेसर दिपांकर शर्मा ने कहा कि कोरोना के कारण प्लेसमेंट पर अभी अंकुश लगा हुआ है. जैसे ही कंपनी के फ्रीज हटेगें वहां पर छात्रों को ले लिया जाएगा. साथ ही प्लेसमेंट में चुने गए छात्रों को ज्वाइनिंग लेटर दे दिए जाएंगे.
दिवांकर शर्मा ने कहा कि आने वाले समय में कैम्पस प्लेसमेंट की जगह ऑनलाइन प्लेसमेंट करवाई जाएगी, ताकि कोरोना का कोई असर देखने को न मिलें. वहीं, एबीवीपी के जिला संयोजक अभी राणा ने प्रदेश सरकार से इन युवाओं के लिए कुछ सुविधाएं देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को इन युवाओं के लिए कुछ सोचना चाहिए, ताकि वो प्रदेश में रहकर प्रदेश के लिए कुछ कर सके. कोरोना के चलते पहले से काम कर रहे कई लोग बेरोजगार हो गए हैं. ऐसे में छात्रों को अब अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है.
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