धर्मशाला: कांगड़ा जिले के धर्मशाला से कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा ने अपनी सरकार को चेताया है. उन्होंने कहा हिमाचल सरकार के खिलाफ जनाक्रोश बढ़ रहा है. कर्मचारियों और युवाओं के आक्रोश बारे में सरकार को सोचना चाहिए. गेस्ट फैकल्टी भर्ती को लेकर युवाओं के विरोध पर सुधीर ने कहा कि मैं पहले ही सोशल मीडिया पर कह चुका हूं कि मैं इससे असहमत हूं. मेरा मानना है कि नियमित भर्तियां होनी चाहिए. युवाओं के लिए नौकरियां न मिलने के मामले पर सुधीर ने कहा कि जो कैबिनेट में हैं, यह आप उनसे पूछिए.
विधायक सुधीर शर्मा ने कहा केंद्रीय विश्वविद्यालय को लेकर धर्मशाला में शुरू हुए धरना प्रदर्शन के साथ जनता आंदोलन की राह पर है. आगामी लोकसभा चुनावों को मद्देनजर रखते हुए पार्टी और सरकार को इसका आकलन करना चाहिए. इसका नुकसान पहले भी भाजपा और कांग्रेस को झेलना पड़ चुका है. मैं इसका समर्थन करता हूं कि धर्मशाला में केंद्रीय विश्वविद्यालय बने. अब औचारिकताएं पूर्ण है. 30 करोड़ रुपये की राशि जो जमा होनी है, वो स्टेट शेयर है. उम्मीद है कि जल्द ही स्टेट शेयर चला जाएगा. केंद्रीय विश्वविद्यालय शुरू में तो धर्मशाला के लिए ही आया था, लेकिन बाद में एक हिस्सा देहरा चला गया. क्योंकि धर्मशाला में जगह का चयन समय पर नहीं हो पाया था.
अब धर्मशाला का जो हिस्सा है, जो धर्मशाला का अधिकार है. विशेषकर कांगड़ा संसदीय क्षेत्र का हिस्सा मिलना चाहिए. अगर ब्रेकफास्ट, डिनर के समय करेंगे तो आपका हाजमा भी खराब हो सकता है. ऐसे में जो भी काम हो, समय पर होना चाहिए. सरकारों के लिए 30 करोड़ कोई बड़ी बात नहीं. बस इच्छा शक्ति होनी चाहिए. जन आक्रोश बढ़ रहा है. मुझे लगता है कि सरकार इस बारे शीघ्र निर्णय लेगी. जनभावनाओं का आदर न होने पर जनआक्रोश बढ़ता है.
कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा धर्मशाला में डंपिंग साइट का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा धर्मशाला की 50 वर्ष पुरानी डंपिंग साइट जो शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के सुधेड़ में है. इसे जून 2025 तक डंपिंग साइट को क्लीयर करके, यहां पर गार्डन विकसित किया जाएगा. डंपिंग साइट पर पुराने कचरे की सेग्रीगेशन के लिए अलग और प्रतिदिन आ रहे कचरे के लिए अलग से मशीन लगाई गई है. हर रोज 600 टन कचरा डंपिंग साइट पर प्रोसेस हो रहा है.
उन्होंने कहा धर्मशाला पहला शहर है, जहां लैंड फिल क्षेत्र में तेजी से काम हो रहा है. डंपिंग साइट के साथ सड़क से गुजरना भी मुश्किल होता था, यहां पर आने वाली दुर्गंध में काफी हद तक राहत मिली है. डंपिंग साइट क्लीयर होने के बाद यहां गार्डन विकसित होगा और नई तकनीक का इस्तेमाल करके साथ के साथ प्रतिदिन आने वाले कूड़े को प्रोसेस करने की व्यवस्था की जाएगी. उसके लिए उचित जगह चिन्हित करेंगे.
सुधीर शर्मा ने कहा कि मैं धर्मशाला तक केंद्रित हूं. कर्मचारियों और युवाओं के आक्रोश के बारे में सरकार को सोचना चाहिए. यह माहौल क्यों और किस कारण बन रहा है ? सरकार को इसका निदान करना चाहिए. गेस्ट फैकल्टी भर्ती को लेकर युवाओं के विरोध पर सुधीर ने कहा कि मैं पहले ही सोशल मीडिया पर कह चुका हूं कि मैं इससे असहमत हूं. मेरा मानना है कि नियमित भर्तियां होनी चाहिए. युवाओं के लिए नौकरियां न मिलने के मामले पर सुधीर ने कहा कि जो कैबिनेट में हैं, यह आप उनसे पूछिए. सुधीर शर्मा ने कहा सरकारें बदलती है तो कुछ पद नॉमिनेशन के आधार पर भरे जाते हैं, उसमें कौन लोग छूट गए हैं, किन लोगों को लेना है, यह सीएम का विशेषाधिकार है.
ये भी पढ़ें: भर्ती परीक्षाओं के अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात, रिजल्ट जारी करने पर सीएम सुक्खू ने कही ये बात