धर्मशालाः मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डॉ. गुरदर्शन गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि कांगड़ा जिला में कोविड-19 के परीक्षण सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है.
जिसके एक हिस्से के रूप में क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला, आरपीजीएमसी टांडा, सीएच नगरोटा बगवां, सीएच पालमपुर, सीएच बैजनाथ, सीएच देहरा, सीएच ज्वालामुखी, सीएच शाहपुर, सीएच नूरपुर और सीएच कांगड़ा में दस सैंपल कलेक्शन सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि बढ़ रहे संदिग्धों के परीक्षण किये जा सकें. यह सैंपल कलेक्शन सेंटर 21 अप्रैल, 2020 तक चालू हो जाएंगे.
इसके साथ ही दो मोबाइल वैन जिले के सभी तेरह मेडिकल ब्लॉकों में रोजाना इन्फलुएंजा लाइक इलनेस (फलू) के रोगियों के नमूने लिए जा रहे हैं.
राज्य से लगभग 1000 रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्टिंग (आरडीटी) किट प्राप्त हुए हैं. इन आरडीटी किटों का उपयोग आईएलआई जैसे लक्षणों वाले संभावित संदिग्धों की जांच के लिए हॉट स्पॉट में किया जाएगा.
वर्तमान में दो कोविड-19 संदिग्धों को क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया करवाया गया है और 5 व्यक्ति वर्तमान में आरएचएफडब्लयूटीसी, छेब में मौजूद हैं. अब तक जिले में लगभग 450 परीक्षण किए गए हैं.
जिनमें डॉ.आरपीजीएमसी टांडा के गंभीर तीव्र श्वसन रोग (एसएआरआई) के मरीज भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि जिला कांगड़ा में आज दिन तक केवल पांच का परीक्षण पॉजिटिव आया है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा ने जनता से अपील की है कि यदि सरकार ने कुछ कर्फ्यू की शर्तों में ढील दी है, फिर भी उन्हें कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए सामाजिक दूरी, लगातार हाथ धोने और अन्य आवश्यक सावधानियों को बनाए रखना चाहिए.
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