मां ज्वाला के दरबार में सीएम सुखविंदर सुक्खू कांगड़ा: सोमवार को हमीरपुर दौरे के आखिरी दिन सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू अपने विधानसभा क्षेत्र नादौन के दौरे पर थे. इस दौरान वो कांगड़ा जिले के ज्वालाजी मंदिर भी पहुंचे थे. ज्वालाजी मंदिर में सीएम सुक्खू ने अपनी पत्नी कमलेश ठाकुर के साथ पूजा अर्चना की. इसके बाद मुख्यमंत्री ने ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में जनसमस्याएं सुनीं.
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दे रही सरकार- ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में लोगों ने सीएम का जोरदार स्वागत किया. इस दौरान सीएम सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पार्किंग समेत सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी. गौरतलब है कि हिमाचल में शक्तिपीठों के अलावा कई अन्य मशहूर मंदिर हैं, देवभूमि हिमाचल में हर साल नवरात्र से लेकर शिवरात्रि जैसे तमाम तीज त्योहारों पर देशभर से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. हर साल आने वाले पर्यटक भी यहां के मंदिरों में दर्शन के लिए पहुंचते हैं.
सीएम ने पत्नी के साथ किए मां ज्वाला के दर्शन कांगड़ा बनेगा पर्यटन हब- सीएम ने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा जिले को प्रदेश का पर्यटन हब बनाने के लिए दृढ़ता से कार्य कर रही है ताकि पर्यटन राजधानी के रूप में जिले की पहचान बनाई जा सके. यह लोगों की आय बढ़ाने में भी काफी मददगार साबित होगा. सीएम ने कहा कि पौंग डैम जलाशय में जल्द ही जल क्रीड़ा गतिविधियां आरंभ की जाएंगी. राज्य सरकार देहरा में एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का चिड़ियाघर और कांगड़ा जिले में अंतर्राष्ट्रीय गोल्फ कोर्स स्थापित करने पर विचार कर रही है. मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, विधायक संजय रत्न, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र मनकोटिया और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे.
कनेक्टिविटी बढ़ाने पर जोर- मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हवाई संपर्क को मजबूत करने के लिए कदम उठा रही है, जिससे उच्च श्रेणी के पर्यटक तथा अंतरराष्ट्रीय पर्यटक भी राज्य की ओर आकर्षित होंगे. हिमाचल प्रदेश में पर्यटन के बुनियादी ढांचे को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है. वर्तमान सरकार पर्यटन के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दे रही है जिसके तहत हेलीपैड, रोपवे के निर्माण के साथ वाटर एंड एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियों और धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करना भी शामिल है.
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