धर्मशाला: जिला कांगड़ा के पालमपुर स्थित हॉर्टिकल्चर ट्रेनिंग सेंटर में बागवानों को अब प्रशिक्षण के साथ-साथ रहने की सुविधा भी मिलेगी. उद्यान विभाग के उप निदेशक कमलशील नेगी ने कहा कि जिले के बागवानों के पास अपना सेंटर न होने के चलते उन्हें प्रशिक्षण के लिए कृषि विश्वविद्यालय के भवन में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए जाना पड़ता था, लेकिन अब जल्द ही जिले के बागवानों को प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए अपना भवन होगा.
दो महीने में बनकर हो जाएगा तैयार: उन्होंने कहा कि हॉर्टिकल्चर ट्रेनिंग सेंटर के निर्माण से करीब 40 बागवानों को पूरी सुविधा मुहैया हो सकेगी. उन्होंने कहा कि 2 महीने में सेंटर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा. सभी प्रकार का प्रशिक्षण सेंटर में ही होगा, इससे बागवानों को लाभ होगा. बागवान आधुनिक प्रकार से खेती कैसे करें उसके भी गुर सीख पाएंगे. उन्होंने कहा कि बागवान सब्जियों, फूलों व फलों की खेती को लेकर भी विभाग द्वारा तैयार खेती को देख सकता है. साथ ही खेती का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं.
बारिश में होने वाली दिक्कतों को बताया: उन्होंने कहा कि इससे पहले भी बागवानों के लिए प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाता रहा. इसके अतिरिक्त उप निदेशक कमल शील नेगी ने प्रदेश भर में हो रही बारिश से बागवानों को हो रही दिक्कतों के बारे भी जानकरी दी. उन्होंने कहा कि इन दिनों में बागवान पौधों को कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करते हैं, लेकिन बेमौसम बारिश के चलते कहीं न कहीं बागवान परेशान है.
मौसम ठीक होने पर दवाईयों का छिड़काव करना चाहिए: उपनिदेशक ने जिले के समस्त बागवानों से जानकारी साझा करते हुए कहा कि जब मौसम ठीक हो उसी समय बागवान दवाइयों का छिड़काव करें ,क्योंकि जब भी पौधों पर कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जाता है. कम से कम 2 दिन तक बारिश न हो तभी पौधे विभिन्न कीटनाशक बीमारियों से बच सकते हैं. बता दें कि हिमाचल में कुछ दिनों से मौसम खराब चल रहा और आज और कल बारिश की बात मौसम विभाग केंद्र शिमला की तरफ से कही गई है.
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