धर्मशाला: देश दुनिया में काफी लंबे समय से कोरोना महामारी फैली हुई है. दुनिया के तमाम देशों में लॉकडाउन लगाया गया, ताकि इस वायरस से बचा जा सके. इंसानों को सरकार और प्रशासन हर सम्भव मदद पहुंचा रहा है. वहीं, जानवरों को भी सभी सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं, ताकि ये खतरनाक वायरस जानवरों पर अटैक ना कर सके.
जिला कांगड़ा के पालमपुर में स्थित गोपालपुर चिड़िया घर में भी लॉकडाउन से ठीक पहले बंद कर दिया था, ताकि किसी प्रकार का कोई खतरा न फैल सके. वहीं, जानवरों से लेकर जू के स्टाफ को लेकर विभाग ने तमाम सावधानियां बरतीं जिससे कि कोई खतरा न हो सके.
बता दें कि धौलाधार नेचर पार्क में 19 मार्च को लॉकडाउन से पहले ही जनता के लिए बंद कर दिया गया था. शुरुआत में कुछ दिक्कतें जरूर आईं, लेकिन अब सब ठीक है. धौलाधार नेचर पार्क में स्टाफ तैनात किया गया है जो वहीं रहते हैं और जानवरों का ध्यान रख रहे हैं. जो भी भोजन जानवरों के लिए लाया जा रहा है उसे पहले सेनेटाइज किया जा रहा है. उसके बाद ही जानवरों को भोजन दिया जा रहा है.
वहीं, वाइल्ड लाइफ विभाग के चीफ कंजरवेटर प्रदीप ठाकुर ने कहा कि कोरोना के समय धौलाधर नेचर पार्क में किस तरीके से कार्य किया. इसको लेकर उन्होंने कहा कि यह चिड़ियाघर छोटा चिड़ियाघर है. उन्होंने कहा कि 19 मार्च को लॉकडाउन से पहले ही इसे पब्लिक के लिए बंद कर दिया था.
प्रदीप ठाकुर ने कहा कि इसके अलावा जो भी गाड़ी आती है उसे भी सेनेटाइज किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जू के अंदर तमाम जानवर सुरक्षित हैं. वहीं, उन्होंने कहा कि जू में कुछ नए मेहमान भी आए हैं इनमें हिमालयन ग्रिफ्न, एक भालू का बच्चा, पैराकीट और एशीइन पम्प सेबिट के बच्चे को रेस्क्यू करके उनकी देखभाल की जा रही है.
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