धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश जिलों में जल की कमी और सुखे की स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही तैयारियां की जा रही है. इन्हीं पूर्व तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव द्वारा शिमला से वीडियो कांफ्रेंस से बैठक की गई. इस बैठक में कांगड़ा जिले के अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोहित राठौर ने कहा कि पिछले दो महीनों में बारिशें कम हुई है. ऐसे में अगर कांगड़ा जिले में सुखे की स्थिति पैदा होती है तो इससे निपटने के लिए प्रशासन ने जरूरी तैयारियां कर ली है.
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोहित राठौर ने मुख्य सचिव को जिला कांगड़ा में विभिन्न विभागों द्वारा सूखे की स्थिति से निपटने के लिए बनाई गयी योजना से अवगत करवाया. उन्होंने कहा कि जिले में अभी तक कृषि व उद्यान के मापदंडों के हिसाब से कम बारिश होने से कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ है. हालांकि अगर फिर भी सुखे की स्थिति बनती है तो उसके लिए कृषि व उद्यान विभाग ने प्लान तैयार रखा है. उन्होंने बताया कि आगजनी की दुर्घअनाओं से निपटने के लिए भी जिले में कुल 93 फायर हाईड्रेंट हैं और सभी की मैपिंग कर ली गई है. इसके अतिरिक्त किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जिले में जल स्रोतों की मैपिंग भी कर दी गई है.
बैठक में एडीएम ने मुख्य सचिव को कृषि, जल शक्ति, उद्यान, वन, स्वास्थ्य, अग्निशमन और पशु पालन विभाग द्वारा की गई तैयारियों के बारे में विस्तार से अवगत करवाया. उन्होंने मुख्य सचिव को आश्वस्त किया कि जिला कांगड़ा में सूखे की स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रबंध कर लिये गये हैं. इस अवसर पर संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे.
ये भी पढ़ें: SHIMLA: रिज पर नाबार्ड का 5 दिवसीय मेला शुरू, 30 स्वयं सहायता समूह को मिल रहा मंच