हमीरपुरः भाजपा के गढ़ हमीरपुर में कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कांग्रेस पार्टी को एकजुट होने की नसीहत दी और उम्मीद जताई की सभी अपने मतभेदों को भुलाकर एक होंगे. वीरभद्र सिंह ने कहा कि हम सब को चारों सीटों पर एक होना है और भाजपा को हटाकर सबसे बड़ी देशभक्ति का परिचय देना है. पूर्व मुख्यमंत्री बहुत कम बोले, लेकिन उनका फोकस एकजुटता पर ही रहा. वीरभद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल ठाकुर को जोर का धक्का दो कि वह दिल्ली में ही पहुंच जाएं.
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि मैं सब से उम्मीद करता हूं कि सब अपने-अपने मतभेदों को भुलाकर कांग्रेस के प्रत्याशी ठाकुर रामलाल को विजयी बनाएंगे. पूर्व मुख्यमंत्री बार-बार दोहराते नजर आए कि हम सब एक हैं और हमें सभी संसदीय क्षेत्रों में जीत हासिल करनी है. वीरभद्र ने कहा कि मैं चाहता हूं कि हम सब चट्टान की तरह एक हो कर दिल्ली में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाएं. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि एकजुटता दिखाकर भारत को आरएसएस और बीजेपी के चंगुल से बाहर निकाले, यही सच्ची देशभक्ति होगी. पूर्व सीएम ने कहा कि रामलाल ठाकुर भी हटे-कट्टे जवान है, इनको भी अच्छे तरीके से जोर से हवा में फेंकों की सीधा दिल्ली पहुंचे.
हमीरपुर में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता के सम्मेलन में पूर्व मुख्यमंत्री काफी हद तक शांत दिखे, लेकिन वह अपने चिर परिचित अंदाज में विरोधियों पर तंज कसने से नहीं चूके. पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू से उनका तकरार किसी से छुपा नहीं है. मंच पर बैठे लोगों का नाम लेते हुए अपने संबोधन के दौरान जब पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के मुंह से सुखविंदर सिंह सुक्खू का नाम निकला तो वह तंज कसने से भी नहीं चूके. वीरभद्र बोले कि काफी लंबे समय बाद वह मंच पर साथ दिखे हैं. उम्मीद है कि एकजुट होकर हम काम करेंगे.
बता दें कि हमीरपुर जिला पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू का गृह जिला है और यहां पर कुछ माह पहले पूर्व मुख्यमंत्री ने उनके घर में आकर ही उनके खिलाफ कई तल्ख टिप्पणियां कर गए थे. दोनों दिग्गज नेताओं में चल रही तकरार किसी से छुपी नहीं है, लेकिन इस कार्यकर्ता सम्मेलन में दोनों ही दिग्गज एक दूसरे पर आक्षेप करने से बचते नजर आए.
एकजुटता का पाठ पढ़ाते-पढ़ाते पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की जुबान फिसल गई और वह बोल पड़े कि एकजुट होकर कांग्रेस को जिताओ और राजीव गांधी को प्रधानमंत्री बनाओ. इसी दौरान मंच पर बैठे नेताओं ने कहा कि राजीव गांधी नहीं, राहुल गांधी बोलिए सर. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह बोले मुझे सब पता है इंदिरा गांधी के दौर का हूं. तब नाम आ जाता है. पूर्व मुख्यमंत्री फिर ठहाका लगा कर गलती में सुधार करते हुए बोले कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाएं.