हमीरपुर: टौणीदेवी क्षेत्र में शुक्रवार देर शाम हुए सड़क हादसे में घायलों की आप बीती सुन कर किसी का भी दिल दहल जाए. नाती को गोदी में पकड़े माता-पिता बेटी को ससुराल छोड़ने जा रहे थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. ससुराल से कुछ ही दूरी पर दर्दनाक सड़क हादसे ने मां-बाप से बेटी को छीन लिया तो वहीं डेढ़ साल की बच्ची के सिर से मां का साया भी छिन गया.
बता दें कि शुक्रवार देर शाम सात बजे के करीब एक गाड़ी जन्द्डु से टौणीदेवी की ओर जा रही थी कि अचानक झोन्खर नामक जगह पर अनियंत्रित होकर गाड़ी गहरी खाई में जा गिरी. जानकारी के अनुसार, शादी समारोह में शरीक होने के बाद जोगिंदर अपनी पत्नी पिंकी के साथ बेटी मीना कुमारी को ससुराल छोड़ने जा रहे थे, लेकिन बेटी के ससुराल पहुंचने से पहले ही कार खाई में जा गिरी.
आपबीती सुनाते हुए पिंकी ने कहा कि हादसे के बाद जैसे ही कार खड्ड किनारे गिरी तो वह और उसकी नाती होश में थी. पिंकि ने तुरंत गाड़ी में मौजूद बेहोश पड़े अपने रिश्तेदारों को बाहर निकाला. इस दौरान पहाड़ी से एक पत्थर पिंकी के सिर पर आ गिरा और वो बेहोश हो गई.
नानी के बेहोश हो जाने के बाद डेढ़ साल की नन्हीं मासूम अंशिका बिल्ख-बिल्ख कर रोती रही. इतने में स्थानीय लोगों को घटना की सूचना मिली और तुरंत प्रभाव से बचाव कार्य शुरू किया गया, लेकिन करीब एक घंटे तक डेढ़ वर्ष की मासूम बच्ची अपनों की लाशों के बीच बारिश में भीगती रही, लेकिन इतने बड़े हादसे में बच्ची को आंच तक नहीं आई. बताया जा रहा है कि मीना चार माह की गर्भवती थी. दर्दनाक हादसे ने दुनिया में आने से पहले ही एक मासूम जान को अपने आगोश में ले लिया. मां की कोख ही मासूम जान के लिए कब्र बन गई.