हमीरपुर: जिला हमीरपुर में महिला मंडलों और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए शुरू की गई मुहिम को विस्तार दिया जा रहा है. जिला भर में महिला मंडलों और स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं अब क्लस्टर बनाकर सब्जियों का उत्पादन करेंगी. जिला प्रशासन इन महिलाओं के सब्जी उत्पादन के लिए बाजार मुहैया करवाएगा.
इसी मुहिम के तहत ग्रामीण विकास विभाग हमीरपुर द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुजानपुर में एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में विकास खंड सुजानपुर की 200 से ज्यादा महिला मंडलों और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने भाग लिया. इस कार्यक्रम में डीसी हमीरपुर हरिकेश मीणा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की.
डीसी ने कहा कि महिलाएं कलस्टर बनाकर डेयरी फॉर्म, मधुमक्खी पालन, सब्जियां उगाने जैसी व्यावसायिक गतिविधियां अपनाकर अपनी आजीविका कमा सकती हैं. उन्होंने कहा कि स्थानीय तौर पर जो उत्पाद तैयार किए जाते हैं, उनमें गुणवत्ता की मात्रा भी अधिक होती है. साथ ही हमीरपुर शहर में प्रतिदिन दूध और दुग्ध उत्पादों की काफी मांग है. इसलिए महिलाएं दुग्ध उत्पादन के व्यवसाय को अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत बना सकती हैं.
हरिकेश मीणा ने कहा कि महिलाएं कलस्टर बनाकर सामूहिक रूप से सब्जियों का भी उत्पादन करें. इसकी बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध करवाया जाएगा. साथ ही महिलाएं बागवानी, कृषि, कल्याण, पशु पालन विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का भी लाभ उठा सकती हैं.
डीसी ने महिला मंडल अध्यक्षों से कहा कि वे कारोबार बढ़ाने के लिए विविध व्यवसायों और उनसे जुड़ी समस्यओं पर चर्चा करके उनके हल के लिए हर महीने एक बार बैठक जरूर करें. इसके अलावा जिन महिला मंडलों के भवन क्षतिग्रस्त हैं या मरम्मत की जरूरत है. वहां के महिला मंडल प्रधान विकास खंड अधिकारी सुजानपुर को लिखित रूप में मामला प्रस्तुत कर सकते हैं.
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