हमीरपुर: रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन हमीरपुर के पदाधिकारियों ने भोटा चैरिटेबल अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के दौरान अव्यवस्था के आरोप लगाए हैं. पदाधिकारियों का स्पष्ट कहना है कि मरीज को जिस दिन लाया गया था, उस दिन अस्पताल में भारी अव्यवस्था थी, जिस कारण मेडिकल स्टाफ को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सोमवार दोपहर बाद उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा से मुलाकात कर इस बारे में चर्चा की है. रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन हमीरपुर के प्रधान डॉक्टर अभिषेक ठाकुर का कहना है कि पहले दिन अस्पताल में अव्यवस्था थी. इसके साथ ही चैरिटेबल अस्पताल में मॉक ड्रिल भी नहीं करवाई गई है.
मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में मॉक ड्रिल करवाई गई थी, लेकिन चैरिटेबल अस्पताल को सेकेंडरी आइसोलेशन अस्पताल अधिसूचित करने के बाद यहां कोई भी मॉक ड्रिल नहीं करवाई गई थी. उन्होंने कहा कि इस बारे में उपायुक्त हमीरपुर को जानकारी दी गई है, जिससे भविष्य में इस तरह की कोई अव्यवस्था न हो.
बता दें कि जिला ऊना से दो कोरोना संक्रमित मरीजों को भोटा चैरिटेबल अस्पताल में शिफ्ट किया गया है और स्थानीय लोग इसका विरोध जता रहे हैं. वहीं, अब रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन हमीरपुर की तरफ से भी आरोप लगाए गए हैं. एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि इस बारे में उपायुक्त को सूचित करने के बाद व्यवस्था में सुधार किया गया है. वर्तमान समय में तमाम मानकों के आधार पर ही उपचार किया जा रहा है.