हमीरपुर: जिला मंडी के सरकाघाट में बुजुर्ग महिला से क्रूरता मामले में एक बार फिर पुलिस में समन्वय की कमी सामने आई है. बुजुर्ग महिला को बिना पुलिस प्रोटेक्शन के ही हमीरपुर से सरकाघाट मेडिकल करवाने के लिए ले जाया जा रहा था, लेकिन महिला आयोग के हस्तक्षेप के बाद उन्हें सर्किट हाउस हमीरपुर में मेडिकल एग्जामिनेशन के बाद पुलिस प्रोटेक्शन में ही सरकाघाट के लिए रवाना किया गया.
सर्किट हाउस हमीरपुर में महिला आयोग की अध्यक्षा डेजी ठाकुर ने पीड़िता बुजुर्ग महिला से मुलाकात की और उन्हें निष्पक्ष जांच का आश्वासन भी दिया है. बता दें कि डीएसपी सरकाघाट रविवार देर रात पुलिस टीम के साथ परिजनों से मिलने हमीरपुर में पहुंचे थे और यहां पर बयान भी कलम बद्ध किए गए थे, लेकिन अगली सुबह सोमवार को बिना पुलिस प्रोटेक्शन के ही बुजुर्ग महिला और उनकी बेटी तृप्ता को सरकाघाट में मेडिकल करवाने के भेजा जा रहा था.
इसी बीच महिला आयोग की अध्यक्षा डेजी ठाकुर के हमीरपुर आने की पुलिस को सूचना मिली. वहीं आयोग के हस्तक्षेप के बाद हमीरपुर पुलिस ने बस स्टैंड से पीड़ित बुजुर्ग महिला को सर्किट हाउस हमीरपुर में लाया और यहां पर मेडिकल एग्जामिनेशन के बाद 1 बजे के करीब पुलिस प्रोटेक्शन में सरकाघाट के लिए भेजा गया.
महिला आयोग की अध्यक्षा डेजी ठाकुर ने कहा कि यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. उन्होंने महिला को बिना पुलिस प्रोटेक्शन के सरकाघाट भेजने के सवाल पर कहा कि यह पुलिस में समन्वय की कमी थी. उन्होंने कहा कि जिला पुलिस से बातचीत करके सर्किट हाउस हमीरपुर में महिला का मेडिकल एग्जामिनेशन किया गया है. इसके बाद पुलिस प्रोटेक्शन में ही बुजुर्ग को सरकाघाट में मेडिकल करवाने के लिए भेजा गया है.