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बायोमेट्रिक मशीन से राशन वितरण करने में पेश आ रही दिक्कत, जानें वजह

हिमाचल प्रदेश में बायोमेट्रिक मशीनें न चलने के कारण डिपो धारकों को राशन वितरण करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. हम ये क्यों कह रहे हैं ये जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...

distribution of ration through biometric machine
बायोमेट्रिक मशीन से राशन वितरण करने में पेश आ रही दिक्कत
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Published : Dec 14, 2022, 8:22 PM IST

हमीरपुर: बायोमेट्रिक मशीनें न चलने के कारण डिपो धारकों को राशन वितरण करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. डिपो संचालक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कवि ने बताया कि बीते चार सालों से भाजपा सरकार में बायोमेट्रिक मशीनें राशन वितरण के लिए दी गई थी. उनमें सिग्नल की समस्या पेश आती है. जिसके चलते राशन का वितरण सही ढंग से नहीं हो पाता है. जिस कारण डिपुओं के बाहर राशन लेने वालों की लंबी-लंबी लाइने लग जाती हैं. जिस कारण लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

डिपो संचालक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कवि ने बताया कि डिपो धारकों को बायोमेट्रिक मशीनों में डालने के लिए जो सिम कार्ड दिए हैं वह बीते 4 वर्षों से बंद पड़े हैं. डिपो धारकों को अपने निजी सिम कार्ड का उपयोग करके जैसे तैसे राशन वितरण करना पड़ रहा है. जिस कारण समस्या पेश आ रही है. (distribution of ration through biometric machine)

वीडियो.

डिपो संचालक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कवि ने बताया कि कंपनी द्वारा जो सर्वर लगाया गया है वह कई दिनों तक बंद रहता है. जिस कारण परेशानी पेश आती है. उन्होंने नई सरकार से अनुरोध करते हुए कहा सर्वर की समस्या से निजात दिलाई जाए और डिपुओं में नेट की सुविधा भी सरकार मुहैया करवाई जाए.

अशोक कवि ने कहा कि जब मशीनें डिपुओं लगाई गई थी तो कंपनी को ही मशीनों का रखरखाव और इंटरनेट की सुविधा मुहैया करवाने के लिए एमओयू सरकार के साथ साइन हुआ था, लेकिन कंपनी ने किसी भी तरह की सुविधा डिपो धारकों को नहीं दी है. अशोक कवि ने कहा कि कहीं कोई घोटाला हुआ है तो सरकार उसकी जांच करवाई जाए.

ये भी पढ़ें- हिमाचल में मंत्रिमंडल विस्तार 18 दिसंबर के बाद, जनवरी में हो सकता है विधानसभा सत्र

हमीरपुर: बायोमेट्रिक मशीनें न चलने के कारण डिपो धारकों को राशन वितरण करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. डिपो संचालक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कवि ने बताया कि बीते चार सालों से भाजपा सरकार में बायोमेट्रिक मशीनें राशन वितरण के लिए दी गई थी. उनमें सिग्नल की समस्या पेश आती है. जिसके चलते राशन का वितरण सही ढंग से नहीं हो पाता है. जिस कारण डिपुओं के बाहर राशन लेने वालों की लंबी-लंबी लाइने लग जाती हैं. जिस कारण लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

डिपो संचालक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कवि ने बताया कि डिपो धारकों को बायोमेट्रिक मशीनों में डालने के लिए जो सिम कार्ड दिए हैं वह बीते 4 वर्षों से बंद पड़े हैं. डिपो धारकों को अपने निजी सिम कार्ड का उपयोग करके जैसे तैसे राशन वितरण करना पड़ रहा है. जिस कारण समस्या पेश आ रही है. (distribution of ration through biometric machine)

वीडियो.

डिपो संचालक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कवि ने बताया कि कंपनी द्वारा जो सर्वर लगाया गया है वह कई दिनों तक बंद रहता है. जिस कारण परेशानी पेश आती है. उन्होंने नई सरकार से अनुरोध करते हुए कहा सर्वर की समस्या से निजात दिलाई जाए और डिपुओं में नेट की सुविधा भी सरकार मुहैया करवाई जाए.

अशोक कवि ने कहा कि जब मशीनें डिपुओं लगाई गई थी तो कंपनी को ही मशीनों का रखरखाव और इंटरनेट की सुविधा मुहैया करवाने के लिए एमओयू सरकार के साथ साइन हुआ था, लेकिन कंपनी ने किसी भी तरह की सुविधा डिपो धारकों को नहीं दी है. अशोक कवि ने कहा कि कहीं कोई घोटाला हुआ है तो सरकार उसकी जांच करवाई जाए.

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