हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश प्राथमिक सहकारी सभाएं संघ ने सरकारी राशन के डिपुओं में बायोमेट्रिक प्रणाली से राशन वितरित करने का विरोध जताया है. संघ ने उपायुक्त हमीरपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है. संघ ने कहा कि यदि बायोमेट्रिक प्रणाली से राशन वितरण प्रक्रिया को बंद नहीं किया गया तो बहुत से लोग संक्रमित हो सकते हैं. इससे सहकारी सभाओं के कर्मचारियों को भी जान का खतरा है.
दूसरे विकल्प पर हो विचार
संघ के महासचिव अशोक शर्मा का कहना है कि सभाएं एक राज्य एक राशन कार्ड के तहत मिलने वाले राशन को मशीन के माध्यम से ही ऑनलाइन वितरित करेंगे. मशीन में अंगूठा लगाने के अतिरिक्त और भी बहुत से विकल्प हैं, जिन्हें शुरू नहीं किया जा रहा है. राशन कार्ड नंबर डालकर, स्कैन कर भी राशन दिया जा सकता है. जिसमें कर्मचारियों को जान का खतरा कम है.
कर्मचारियों को मिले सरकारी बीमा की सुविधा
साथ ही संघ ने मांग की है कि सहकारी सभाओं के कर्मचारियों को कोरोना योद्धा घोषित किया जाए. इसके अलावा कर्मचारियों को सरकारी बीमा की सुविधा प्रदान की जाए. सहकारी सभाओं में कर्मचारी काफी कम वेतन पर कार्य कर रहे हैं. यदि महामारी के कारण उनकी जान जाती है तो उनके परिवारजन का भरण पोषण कैसे हो जाएगा. सहकारी सभाओं के कर्मचारी हमेशा सरकार का सहयोग करते आए हैं.
हड़ताल की चेतावनी
संघ के अध्यक्ष सर्वजीत सिंह ठाकुर, महासचिव अशोक शर्मा सहित अन्य ने अनुरोध किया है कि उनके परिवार की रक्षा हेतू शीघ्र मशीन में अंगूठा लगवाने की प्रणाली को बंद किया जाए. संघ ने चेतावनी दी है कि यदि इस प्रणाली को बंद नहीं किया गया तो आगामी 17 मई से डिपो व सहकार सभा में हड़ताल करेंगे और आगामी जून महीने का राशन नहीं उठाएंगे.
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