हमीरपुर: आदमखोर कुत्तों के हमले से तीन साल की मासूम किरन की दो मिनट में ही मौत हो गई. कुत्तों ने बच्ची के शरीर के ज्यादातर हिस्से को नोच डाला था. आमतौर पर चार से पांच जगह पर जख्म होने पर मौत के कारणों का पोस्टमार्टम करते वक्त डॉक्टर को अंदाजा हो जाता है, लेकिन किरन के शरीर पर इतने जख्म थे कि किस अंग पर चोट की वजह से बच्ची की जान गई है, यह बता पाना मुश्किल है. (Postmortem report of Kiran) (Three year old Kiran)
बच्ची का एक तिहाई शरीर आदमखोर कुत्तों ने नोच डाला था. पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी हैरान है कि महज दो मिनट में बच्ची के शरीर पर इतने जख्म कैसे हो गए. 2 से ढाई फीट की किरन के शरीर पर एक दो नहीं बल्कि कई जख्म थे. विशेषज्ञों का भी मानना है कि हो सकता है कि बच्ची पर जैसे ही कुत्तों हमला किया तो शॉक लगने की वजह से हमले के 1 या 2 मिनट में ही दम तोड़ दिया हो.
नगर परिषद हमीरपुर के वार्ड नंबर 8 निवासी परिजनों की आंखों के सामने ही झुग्गी के आंगन से बच्ची को कुत्तों ने उठा लिया, जब तक परिजन संभलते कुत्ते बच्चे को 100 मीटर दूर झाड़ियों में ले गए. 5 मिनट से भी कम समय के भीतर परिजन एकत्र होकर बच्ची को बचाने के लिए झाड़ियों में पहुंचे, तब तक मासूम किरण की मौत हो चुकी थी. पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया है.
शरीर के लगभग हर हिस्से पर जख्म: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के चिकित्साधीक्षक डॉ रमेश चौहान ने कहा कि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर की तरफ से जल्द ही उन्हें पोस्टमार्टम की ऑटोप्सी रिपोर्ट सौंपी जाएगी. उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर के फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने पोस्टमार्टम किया है.
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