हमीरपुर: नादौन क्षेत्र में लग रहे धौलासिद्ध प्रोजेक्ट (Dhaulasiddha Project Hamirpur) के समीप ब्यास नदी में सोमवार को डूबे दो नेपाली मजदूरों का अभी तक कोई सुराग हाथ (Nepali youths drowned in Beas river) नहीं लगा है. हालांकि मंगलवार सुबह से ही एनडीआरएफ की टीम ने नादौन पुलिस के सहयोग से मोर्चा संभाल लिया था और दो नावों के जरिए घटनास्थल के आसपास मजदूरों की तलाश की जा रही थी. इसके साथ-साथ ड्रोन की सहायता से भी उनकी तलाश की जा रही है. पूरा सर्च ऑपरेशन पुलिस थाना नादौन (Nadaun Police Station) के प्रभारी योगराज चंदेल की अगुवाई में चलाया जा रहा है, जबकि डीएसपी रोहिन डोगरा भी खुद मौका पर स्वयं उपस्थित रहे.
जहां पर दोनों मजदूर डूबे हैं, उस स्थल पर पानी की गहराई बहुत अधिक है और यहां पानी की झील बन चुकी है. जिसके कारण दोनों का पता लगाने में दिक्कत पेश आ रही है. बता दें कि सोमवार को एक ठेकेदार के माध्यम से नेपाल के दल बहादुर और विमल कुमार नौकरी की तलाश में प्रोजेक्ट में आए थे. जब ठेकेदार की बात कंपनी वालों से चल रही थी, उसी दौरान चार या पांच मजदूर नदी की तरफ चले गए. इनमें विमल और दल बहादुर भी शामिल थे.
अचानक विमल का पैर फिसला और वह नदी में जा गिरा. जिसके बाद उसे बचाने के लिए दल बहादुर भी पानी में उतरा. इस घटना में पता चलते ही कंपनी के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया. लेकिन वे असफल रहे. इसके बाद मौके पर पहुंची नादौन पुलिस ने देर शाम तक सर्च अभियान चलाया. इस संबंध में थाना प्रभारी योगराज चंदेल ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम सर्च अभियान चला रही है. अभी तक दोनों का कोई पता नहीं चल पाया है.
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