हमीरपुर: कोरोना कर्फ्यू में रोजगार न मिलने से परेशान होकर अब प्रवासी मजदूर अपने घरों को लौटने लगे हैं. हमीरपुर जिले से मजदूरों के पलायन का सिलसिला शुरू हो गया है. हालांकि प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना कर्फ्यू में निर्माण गतिविधियों को नहीं रोका गया है, लेकिन यातायात सुविधा के बंद होने से मजदूर निर्माण कार्य की साइट पर नहीं पहुंच पा रहे हैं. जिस वजह से अधिकतर मजदूरों की दिहाड़ी मजदूरी बंद हो चुकी है.
वीरवार को बस स्टैंड हमीरपुर में रेलवे बुकिंग काउंटर पर बुकिंग करवाने के लिए पहुंचे मजदूरों से ईटीवी भारत के संवाददाता ने विशेष बातचीत की. इस दौरान मजदूरों ने बताया कि निर्माण कार्य तो जिला में चल रहे हैं, लेकिन निर्माण कार्य की साइट पर पहुंच जाना उनके लिए मुश्किल भरा हो गया है.
काम बंद हो गया है और वह घर लौट रहे हैं
ठेकेदार भी उन्हें निर्माण कार्य के साइड तक पहुंचाने में असमर्थता जाहिर कर रहे हैं. जिस वजह से उनका काम बंद हो गया है और वह घर लौट रहे हैं. इसके अलावा कुछ मजदूर ऐसे भी थे जो अपने निजी कारणों के चलते घर के लिए रुख कर रहे थे, लेकिन पलायन करने वाले मजदूरों में अधिकतर मजदूर ऐसे थे जिन्हें काम न मिलने के कारण घर लौटना पड़ रहा था.
राशन की कोई व्यवस्था नहीं
कोरोना कर्फ्यू में ना तो प्रशासन की तरफ से राशन वितरण के इस बार कोई व्यवस्था की गई थी और ना ही सामाजिक संस्थाएं राशन वितरण के कार्यों को व्यापक स्तर पर जिले में कर रही हैं. पिछले साल लॉकडाउन के दौरान यह कार्य लगभग हर गांव हर मोहल्ले में किया गया था, लेकिन इस बार राशन की व्यवस्था ना होने से मजदूरों को पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा है.
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