हमीरपुर: एनआईटी हमीरपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग की अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में दूसरे दिन हीट, डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्रों पर चर्चा हुई. 2 दिन के भीतर देश और विदेशों से विशेषज्ञों ने विचार रखे हैं. एनआईटी हमीरपुर में यह अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस विनिर्माण, थर्मल और डिजाइन इंजीनियरिंग (MATHED-22) विषय पर आयोजित की जा रही है. इस वैज्ञानिक सम्मेलन के दूसरे दिन के लिए दो मुख्य व्याख्यान निर्धारित किए गए थे, दोनों क्रमशः आईआईटी दिल्ली और इंदौर के प्रोफेसरों द्वारा दिए गए थे.
प्रो. राज कुमार पांडे ने स्थिरता में बनावट वाले मशीन तत्वों के प्रदर्शन के बारे में बात की. इस सत्र के बाद एक पेपर प्रेजेंटेशन सत्र था जिसमें विभिन्न विद्वानों ने हीट, डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में विचारों पर चर्चा की. IIT इंदौर से प्रो.आनंद पारे ने वाइब्रेशन मॉनिटरिंग के जरिए गियर बॉक्स की खामी को पता लगाने के विषय पर मुख्य सत्र लेना था, लेकिन तकनीकी कारणों से अब यह सत्र कांफ्रेंस के अंतिम दिन शुक्रवार को होगा. IIT मुंबई के प्रोफेसर एस रामचंद्र ने इस सत्र के दौरान घूर्णन, संवहन और पिघलन विषय पर विस्तार से चर्चा की.
आपको बता दें कि देश-विदेश से इस अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में 106 शोधार्थी हिस्सा ले रहे हैं जो 132 रिसर्च पेपर प्रस्तुत करेंगे. 2 दिन के भीतर कॉन्फ्रेंस में दर्जनों शोधार्थियों ने ऑफलाइन और वर्चुअल माध्यम से अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए हैं. मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के एचओडी डॉ एसआर चौहान का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस के सत्रों में दूसरे दिन 57 पेपरों पर चर्चा हुई. आईआईटी दिल्ली और इंदौर के प्रोफेसर ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार रखे हैं. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का समापन शुक्रवार को होगा. समापन के दौरान देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रोफेसर अपने विचार रखेंगे. इस कॉन्फ्रेंस में शोधार्थी अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने के साथ ही मुख्य वक्ताओं के विचार से भी लाभान्वित हो रहे हैं.
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