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हमीरपुर: करोड़पति हैं कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र राणा और सुखविंदर सिंह सुक्खू, इतनी है संपत्ति

हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने सुजानपुर विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. नामांकन पत्र में राणा ने अपनी संपत्ति 18 करोड से अधिक बताई है. उन्होंने नामांकन पत्र में दी जानकारी में धर्मपत्नी के नाम 12 करोड़ की अचल और 79 लाख की चल संपत्ति का जिक्र किया है.

Congress candidate Rajendra Rana
कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र राणा
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Published : Oct 22, 2022, 4:50 PM IST

Updated : Oct 22, 2022, 5:30 PM IST

हमीरपुर: सुजानपुर विधानसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र राणा 18 करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं. हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा पास साढ़े 17 करोड और 85 लाख की चल संपत्ति है. उन्होंने नामांकन पत्र में यह जानकारी निर्वाचन आयोग को दी है. उनकी धर्मपत्नी के नाम 12 करोड की अचल और 79 लाख की चल संपत्ति है. विधायक राजेंद्र राणा पर 36 लाख से अधिक का कर्ज है. राजेंद्र राणा स्नातक पास है. उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई की है.

राजेंद्र राणा के पास है 10 लाख की कीमत के गहने हैं जबकि उनकी पत्नी अनीता राणा के पास 20 लाख के सोने की 400 ग्राम के आभूषण हैं. उनके पास एक टोयोटा फॉर्च्यूनर और मारुति बलेनो कार भी है. राणा की पत्नी अनीता के पास इनोवा क्रिस्टा गाड़ी है. नामांकन पत्र में राजेंद्र राणा ने अपने पास ढाई लाख रुपए दर्शाए है जबकि पत्नी के पास ₹2 लाख 10 कैश दर्शाया गया है.

राजेंद्र राणा के सियासी करियर: राजेंद्र राणा भाजपा की पृष्ठभूमि के नेता हैं लेकिन उन्होंने भाजपा से अभी तक एक भी चुनाव नहीं लड़ा है. 6 अप्रैल, 1966 में स्वर्गीय सुखराम और रोशनी देवी के घर में जन्म लेने वाले राजेंद्र राणा पंजाब में सरकारी कर्मचारी के रूप में भी 2 साल कार्य कर चुके हैं. भाजपा से बागी होकर 2012 में उन्होंने सुजानपुर से पहली दफा निर्दलीय के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ा और भाजपा और कांग्रेस को मात देते हुए यहां पर जीत हासिल की. राजेंद्र राणा भाजपा में रहते पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के काफी करीबी थे.
पढ़ें- उम्र 70 पार, चुनाव लड़ने का जोश बरकरार: भाजपा में आयु का पैमाना, कांग्रेस के उम्रदराज नेता मैदान में

आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतने के बाद वह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से जुड़ गए और यहीं से फिर कांग्रेस पार्टी में उनका करियर शुरू हुआ. मार्च 2014 में विधायक पद से इस्तीफा देते हुए लोकसभा चुनाव में उतरे लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाए. यहां पर हुए उपचुनाव में राजेंद्र राणा के अनीता राणा को कांग्रेस ने चुनावी मैदान में उतारा लेकिन वह भी भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र ठाकुर से हार गई. साल 2014 से 2017 तक वीरभद्र सरकार ने राजेंद्र राणा आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहे और फिर 2017 में विधानसभा चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे.

उन्होंने बड़ा उलटफेर करते हुए मुख्यमंत्री के घोषित चेहरे पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को चुनावों में हराकर प्रदेश भर में बड़ा उलटफेर किया. इस बड़े सियासी घटनाक्रम से राजेंद्र राणा के राजनीतिक कद में भी बढ़ोतरी हुई और कांग्रेस में भी उनका कद बढ़ा. साल 2022 में कांग्रेस ने उन्हें हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष का जिम्मा सौंपा और अब वह एक बार फिर से कांग्रेस के टिकट पर यहां से प्रत्याशी है.

नादौन विधानसभा सीट: नादौन से कांग्रेस प्रत्याशी सुखविंदर सिंह सुक्खू के पास 5 करोड़ 30 लाख की संपत्ति है. उनके पास साढ़े चार लाख की चल और 5 करोड़ 26 लाख की अचल संपत्ति है. सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर के पास 2 लाख की चल और 2 करोड़ अचल संपत्ति है. कुल मिलाकर इस परिवार के पास 7 करोड़ से अधिक की संपत्ति है. 2022 के विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत दायर किए गए नामांकन पत्र में यह तमाम जानकारी दी है.

नामांकन पत्र में उन्होंने अपने पास ₹2 लाख कैश और अपनी पत्नी के पास ₹50 हजार कैश दर्शाया है. सुखविंदर सिंह सुक्खू के पास एक अल्टो कार और एक स्कॉर्पियो है. उनकी पत्नी के पास 400 ग्राम के सोने के आभूषण है. नादौन से कांग्रेसी विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से स्नातकोत्तर और एलएलबी की पढ़ाई की है. चलिए उनके राजनीति का करियर की बात करते हैं. सुखविंदर सिंह सुक्खू का जन्म 26 मार्च 1964 को पिता का नाम रसील सिंह के घर में हुआ.

एनएसयूआई से राजनीतिक जीवन की शुरुवात की संजोली कॉलेज में पहले कक्षा के डीआर और एससीए के महासचिव चुने गए. उसके राजकीय महाविद्यालय संजौली में एससीए के अध्यक्ष चुने गए. साल 1988 से 1995 तक एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष बने. 1995 में युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव बने. साल 1998 से 2008 तक युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे.

नगर निगम शिमला के दो बार चुने हुए पार्षद बने. 2003, 2007 और 2017 में नादौन विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने. 2008 में प्रदेश कांग्रेस के महासचिव बने. 8 जनवरी, 2013 से 10 जनवरी 2019 तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे. अप्रैल 2022 में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं टिकट वितरण कमेटी के सदस्य बने. वर्तमान में सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल में कांग्रेस के बड़े नेताओं की सूची में सबसे आगे शुमार हैं.

हमीरपुर: सुजानपुर विधानसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र राणा 18 करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक हैं. हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र राणा पास साढ़े 17 करोड और 85 लाख की चल संपत्ति है. उन्होंने नामांकन पत्र में यह जानकारी निर्वाचन आयोग को दी है. उनकी धर्मपत्नी के नाम 12 करोड की अचल और 79 लाख की चल संपत्ति है. विधायक राजेंद्र राणा पर 36 लाख से अधिक का कर्ज है. राजेंद्र राणा स्नातक पास है. उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई की है.

राजेंद्र राणा के पास है 10 लाख की कीमत के गहने हैं जबकि उनकी पत्नी अनीता राणा के पास 20 लाख के सोने की 400 ग्राम के आभूषण हैं. उनके पास एक टोयोटा फॉर्च्यूनर और मारुति बलेनो कार भी है. राणा की पत्नी अनीता के पास इनोवा क्रिस्टा गाड़ी है. नामांकन पत्र में राजेंद्र राणा ने अपने पास ढाई लाख रुपए दर्शाए है जबकि पत्नी के पास ₹2 लाख 10 कैश दर्शाया गया है.

राजेंद्र राणा के सियासी करियर: राजेंद्र राणा भाजपा की पृष्ठभूमि के नेता हैं लेकिन उन्होंने भाजपा से अभी तक एक भी चुनाव नहीं लड़ा है. 6 अप्रैल, 1966 में स्वर्गीय सुखराम और रोशनी देवी के घर में जन्म लेने वाले राजेंद्र राणा पंजाब में सरकारी कर्मचारी के रूप में भी 2 साल कार्य कर चुके हैं. भाजपा से बागी होकर 2012 में उन्होंने सुजानपुर से पहली दफा निर्दलीय के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ा और भाजपा और कांग्रेस को मात देते हुए यहां पर जीत हासिल की. राजेंद्र राणा भाजपा में रहते पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के काफी करीबी थे.
पढ़ें- उम्र 70 पार, चुनाव लड़ने का जोश बरकरार: भाजपा में आयु का पैमाना, कांग्रेस के उम्रदराज नेता मैदान में

आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतने के बाद वह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से जुड़ गए और यहीं से फिर कांग्रेस पार्टी में उनका करियर शुरू हुआ. मार्च 2014 में विधायक पद से इस्तीफा देते हुए लोकसभा चुनाव में उतरे लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाए. यहां पर हुए उपचुनाव में राजेंद्र राणा के अनीता राणा को कांग्रेस ने चुनावी मैदान में उतारा लेकिन वह भी भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र ठाकुर से हार गई. साल 2014 से 2017 तक वीरभद्र सरकार ने राजेंद्र राणा आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहे और फिर 2017 में विधानसभा चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे.

उन्होंने बड़ा उलटफेर करते हुए मुख्यमंत्री के घोषित चेहरे पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को चुनावों में हराकर प्रदेश भर में बड़ा उलटफेर किया. इस बड़े सियासी घटनाक्रम से राजेंद्र राणा के राजनीतिक कद में भी बढ़ोतरी हुई और कांग्रेस में भी उनका कद बढ़ा. साल 2022 में कांग्रेस ने उन्हें हिमाचल कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष का जिम्मा सौंपा और अब वह एक बार फिर से कांग्रेस के टिकट पर यहां से प्रत्याशी है.

नादौन विधानसभा सीट: नादौन से कांग्रेस प्रत्याशी सुखविंदर सिंह सुक्खू के पास 5 करोड़ 30 लाख की संपत्ति है. उनके पास साढ़े चार लाख की चल और 5 करोड़ 26 लाख की अचल संपत्ति है. सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर के पास 2 लाख की चल और 2 करोड़ अचल संपत्ति है. कुल मिलाकर इस परिवार के पास 7 करोड़ से अधिक की संपत्ति है. 2022 के विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत दायर किए गए नामांकन पत्र में यह तमाम जानकारी दी है.

नामांकन पत्र में उन्होंने अपने पास ₹2 लाख कैश और अपनी पत्नी के पास ₹50 हजार कैश दर्शाया है. सुखविंदर सिंह सुक्खू के पास एक अल्टो कार और एक स्कॉर्पियो है. उनकी पत्नी के पास 400 ग्राम के सोने के आभूषण है. नादौन से कांग्रेसी विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से स्नातकोत्तर और एलएलबी की पढ़ाई की है. चलिए उनके राजनीति का करियर की बात करते हैं. सुखविंदर सिंह सुक्खू का जन्म 26 मार्च 1964 को पिता का नाम रसील सिंह के घर में हुआ.

एनएसयूआई से राजनीतिक जीवन की शुरुवात की संजोली कॉलेज में पहले कक्षा के डीआर और एससीए के महासचिव चुने गए. उसके राजकीय महाविद्यालय संजौली में एससीए के अध्यक्ष चुने गए. साल 1988 से 1995 तक एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष बने. 1995 में युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव बने. साल 1998 से 2008 तक युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे.

नगर निगम शिमला के दो बार चुने हुए पार्षद बने. 2003, 2007 और 2017 में नादौन विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने. 2008 में प्रदेश कांग्रेस के महासचिव बने. 8 जनवरी, 2013 से 10 जनवरी 2019 तक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे. अप्रैल 2022 में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं टिकट वितरण कमेटी के सदस्य बने. वर्तमान में सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल में कांग्रेस के बड़े नेताओं की सूची में सबसे आगे शुमार हैं.

Last Updated : Oct 22, 2022, 5:30 PM IST
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