हमीरपुर: जिला मुख्यालय हमीरपुर से सटे एक का सरकारी स्कूल में स्कूली छात्रा से मारपीट और उसे जातिसूचक शब्दों से संबोधित करने के मामले में जांच कमेटी पर परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं. कमेटी पर आरोप है कि उसने पीड़ित परिवार पर समझौता करने का दबाव बनाया है.
पीड़ित छात्रा की माता ने जांच कमेटी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए जबरन समझौता करवाने के आरोप लगाए हैं. छात्रा की माता संतोष कुमारी ने कहा कि उनकी बेटी राजकीय प्राथमिक पाठशाला अमनेड में चौथी कक्षा में पढ़ती है. बता दें कि अगस्त महीने में स्कूल की एक शिक्षक ने बेटी की निर्मम पिटाई की और उसे जातिसूचक शब्दों से बुलाया.
उनहोंने बताया कि जब वह इस मामले में पूछताछ के लिए स्कूल पहुंचे तो अध्यापिका ने उसके साथ भी दुर्व्यवहार किया. जिसके बाद इसकी शिकायत पुलिस थाना हमीरपुर और शिक्षा उपनिदेशक से की गई. उन्होंने कहा कि उन्हें शिक्षा विभाग ने अमनेड स्कूल बुलाया था. प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक हमीरपुर ने इस मामले की जांच के लिए शिक्षा विभाग की एक कमेटी का गठन किया है. जिसमें प्रधानाचार्य स्तर के अधिकारी शामिल हैं. पीड़ित छात्रा की माता ने कहा कि जांच कमेटी ने उन्हें इस मामले में समझौता करवाने का प्रयास किया. उन्होंने उच्चाधिकारियों से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है.
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बता दें कि चौथी कक्षा की छात्रा की पिटाई के मामले में 25 अगस्त को परिजनों, ग्रामीणों और डॉ. अंबेडकर महासभा के पदाधिकारियों ने पुलिस थाना सदर में पहुंचकर आरोपी महिला अध्यापक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी. जिसके बाद इस मामले में एट्रोसिटी एक्ट के तहत भी केस दर्ज है. प्रदेश एससी, एसटी, ओबीसी कर्मचारी संघ और आंबेडकर महासभा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. ओंकार सिंह भाटिया ने आरोपी शिक्षक को सस्पेंड करने की मांग उठाई है.
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