हमीरपुर: उपमंडल हमीरपुर के तहत बल्ह बरोहा पंचायत में पहाड़ी दरकने से एक दर्जन के करीब परिवारों के बेघर होने का खतरा बना हुआ है. हालात ऐसे है कि आपदा के एक महीने बाद भी प्रशासनिक अधिकारी इस गांव में नहीं पहुंच सके हैं. पिछले दिनों हुई भारी बारिश से यहां पर कई परिवारों के घरों पर मलबा आ गया है लेकिन पटवारी और कानूनगो के अलावा प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं. ऐसे में थक हार कर यह ग्रामीण मंगलवार को एसडीएम हमीरपुर मनीष सोनी से मुलाकात करने पहुंचे.
एसडीएम से की मुलाकात- हिमाचल कौशल विकास निगम के पूर्व वाइस चेयरमैन और भाजपा नेता नवीन शर्मा की अगुवाई में बल्ह बरोहा गांव के लोग लोग एसडीएम से मिले. ग्रामीणों ने मांग उठाई है कि जल्द से जल्द गांव को दौरा कर यहां पर जरूरी कदम उठाए जाएं. लोगों की मांग है कि गांव में जिन घरों पर मलबा आया है उस मलबे को हटाने के साथ-साथ दरक रही पहाड़ी के खतरे को टालने के लिए प्रबंध किए जाएं. ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत प्रतिनिधियों की तरफ से यहां राहत और बचाव कार्य ना होने की वजह बजट की कमी बताकर पल्ला झाड़ लिया है. पंचायत प्रतिनिधियों के पीछे हटने से अब ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मामले में त्वरित कदम उठाने की मांग की है.
![बल्ह बरोहा गांव में आपदा के बाद पड़ी दरारें](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12-09-2023/19491398_image1.jpg)
आंदोलन की चेतावनी- ग्रामीणों ने दो टूक शब्दों में प्रशासन को चेताया है कि अगर जल्द ही कोई कदम नहीं उठाए गए तो आंदोलन किया जाएगा. हिमाचल कौशल विकास निगम के पूर्व वाइस चेयरमैन भाजपा नेता नवीन शर्मा ने कहा कि ग्रामीणों के साथ डीसी हमीरपुर से मिलने पहुंचे थे. डीसी हमीरपुर कार्यालय में नहीं थे ऐसे में एसडीएम हमीरपुर से मुलाकात की गई है. बरोहा गांव में अधिकारियों के दौरे की मांग उठाई गई है ताकि यहां पर घरों पर आए मलबे को हटाने, डंगे लगाने और रास्तों को बहाल करने की मांग उठाई है. उन्होंने कहा कि प्रशासन अपनी नींद से नहीं जागता है तो उन्हें आंदोलन को विवश होना पड़ेगा.
खतरे में आशियाने- स्थानीय महिला रीता देवी का कहना है कि पिछले दिनों हुई बारिश से गांव में कई घरों पर मलबा आ गया है. पहाड़ दकरने का खतरा लगातार बना हुआ है. घरों की दीवारों पर मलबा अटका हुआ है. आपदा के बाद पटवारी और काननूगो ने मौके का दौरा किया है. पंचायत प्रतिनिधियों ने भी यहां पर राहत बचाव कार्य करने में हाथ खड़े कर दिए हैं.
![ग्रामीणों के मुताबिक पहाड़ पर पड़ी दरारें](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12-09-2023/19491398_image2.jpg)
स्थानीय निवासी मीना देवी का कहना है कि पहाड़ के दरकने का खतरा है, यदि आने वाले दिनों में जरा सी बारिश भी होती है तो गांव के 12 से 13 घरों को खतरा हो सकता है. इस समस्या के समाधान की मांग प्रशासन से उठाई गई है. अभी तक प्रशासन की तरफ से अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे जबकि कोई राहत भी प्रभावितों को गांव में नहीं दी गई है. ग्रामीणों से मुलाकात के बाद एसडीएम मनीष सोनी ने कहा कि प्रशासन की टीम जल्द ही गांव का दौरा करेगी और हालात को देखते हुए जल्द से जल्द समाधान निकाला जाएगा...
ये भी पढ़ें: Hamirpur Sinking Villages: आपदा आई, आफत लाई... रहस्यमय तरीके से धंस रहे हैं ये 5 गांव, सिंकिंग जोन घोषित