हमीरपुर: पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने एनआईटी हमीरपुर में कथित तौर पर ड्रग ओवरडोज से छात्र की मौत के मामले पर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाया है. दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री धूमल ने कहा कि एनआईटी हमीरपुर प्रकरण के कुछ घंटे के भीतर ही लोग पकड़ लिए गए. यदि प्रशासन की इन नशा तस्करों पर नजर थी तो पहले क्यों नहीं पकड़ा गया. घटना के बाद ही आखिर क्यों इस तरह के कदम उठाए जाते हैं पहले क्यों नहीं.
प्रेम कुमार धूमल ने कानून में बदलाव का हवाला देकर प्रदेश सरकार से नशे के तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके पकड़े जाने पर सजा ए मौत दी जाने की पैरवी भी की है. उन्होंने कहा है कि हिमाचल में जिस ढंग से नशे का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. उसे देखते हुए प्रदेश सरकार को जल्द ही कड़ा कानून बनाकर इसे लागू करना चाहिए और अगर पुराने कानून में संशोधन की जरूरत है तो जल्द से जल्द इसमें संशोधन करके सख्त कार्रवाई की जाए.
धूमल ने कहा है कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में एक स्टूडेंट की नशे के कारण मौत हुई है, वह बेहद दुखद घटना है. उन्होंने पुलिस की इस मामले में की गई कार्रवाई पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस ने कैसे स्टूडेंट की मौत के चंद घंटे भर में ही संस्थान के अंदर ड्रग्स पहुंचाने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. अगर पुलिस की पहले से ही उन पर नजर थी तो समय पर उन्हें पड़कर कार्रवाई क्यों नहीं की गई. किस बात का इंतजार किया जाता रहा.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि घटना होने के बाद ही क्यों प्रशासन हरकत में आया. कुछ देशों में तस्करों को पकड़ने के बाद आरोपियों को तुरंत मौत की सजा दे दी जाती है, लेकिन हमारे यहां कानून ऐसा नहीं है. ड्रग्स सप्लायर कम से कम इतनी मात्रा से ड्रग्स पहुंचा रहे हैं जो कानूनी शिकंजे से बचने के लिए उनके लिए मददगार साबित हो रही है.