हमीरपुर: उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ और हिमाचल, पंजाब सहित अन्य राज्यों के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र बाबा बालकनाथ मंदिर दियोटसिद्ध में चढ़ावे के सोने-चांदी में गड़बड़झाले का खुलासा हुआ है. बताया जाता है कि मंदिर ट्रस्ट ने इस मामले में संलिप्त पाए गए ट्रस्ट के तत्कालीन क्लर्क को सस्पेंड कर दिया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए इन्क्वायरी (inquiry) भी बिठा दी गई है.
जानकारी के मुताबिक दियोटसिद्ध मंदिर ट्रस्ट में चढ़ावे के सोने-चांदी में गड़बड़झाला पाया गया है. इसका खुलासा उस वक्त हुआ, जब सोने-चांदी का पुराना रिकॉर्ड खंगाला जा रहा था. इस दौरान पाया गया कि वर्ष 2016 में जिस रजिस्टर में सोने-चांदी का रिकॉर्ड चढ़ाया गया था. उसमें वर्ष 2020 में कच्ची पेंसिल से टेंपरिंग की गई थी. एक जगह 38 ग्राम सोने को 500 मिलीग्राम दिखा दिया गया था.
कायदे से इस तरह की किसी भी कटिंग को मंदिर अधिकारी से सत्यापित करवाना होता है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया था. बल्कि अकाउंट के किसी अन्य अधिकारी से इसे सत्यापित करवाया गया था, लेकिन बड़े अधिकारियों को इस बारे में कुछ नहीं बताया गया. जो क्लर्क यहां तैनात था, बाद में उसकी ट्रांसफर ट्रस्ट के सीनियर सेकेंडरी स्कूल चकमोह में हो गई थी. वर्तमान में वह वहीं तैनात था, लेकिन जैसे ही यह मामला उजाकर हुआ, तो उसे तुरंत प्रभाव से सस्पेंड करते हुए अब उसका हेडक्वार्टर चकमोह कालेज फिक्स कर दिया गया है. साथ ही जांच बिठाई गई है. ऐसा माना जा रहा है कि इस 38 ग्राम में हेरफेर करने की मंशा से इस सोने-चांदी को चेस्ट में ही रहने दिया गया था. बाद में जब हिसाब-किताब किया जाने लगा और रजिस्टर चेक हो रहे थे, तो यह गड़बड़झाला सामने आया.
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