हमीरपुरः प्रदेश डिपो संचालक समिति ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को अतिरिक्त उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है. डिपो संचालक समिति ने ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश सरकार को अवगत करवाया है कि कोरोना महामारी के चलते प्रदेश में अभी तक 4 डिपो संचालकों की मौत हो चुकी है, लेकिन अभी तक भी राशन के डिपुओं पर बायोमेट्रिक के माध्यम से ही राशन देने के आदेश सरकार व विभाग द्वारा डिपो संचालकों को दिए जा रहे हैं, जोकि सही नहीं है.
कोरोना योद्धा का दर्जा देने की थी मांग
प्रदेश डिपो संचालक समिति के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कवि ने बताया कि 10 अक्टूबर 2020 को प्रदेश डिपो संचालक समिति ने हमीरपुर में प्रदेश स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया था, जिसमें मुख्यातिथि खाद्य आपूर्ति मंत्री राजिंद्र गर्ग थे. सम्मेलन में प्रदेश के डिपो संचालकों को कोरोना योद्धा का दर्जा देने व डिपो संचालकों का बीमा देने की घोषणा करने के साथ-साथ हमारी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के बारे में घोषणा की थी, लेकिन 7 माह बीत जाने के बावजूद भी इसकी अधिसूचना जारी नहीं की गई है.
डिपो संचालक समिति का कहना है कि इस संकट की घड़ी में भी डिपो संचालक उपभोक्ताओं को राशन वितरण का कार्य कर रहे हैं. प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में पीओएस मशीनों में डाली गई सिमें, पिछले लंबे समय से बंद पड़ी हैं और डिपो संचालक अपने मोबाइल के हॉट-स्पॉट से कनेक्ट करके लोगों को राशन वितरित कर रहे हैं.
डिपो संचालक बुधवार को करेंगे सांकेतिक हड़ताल
डिपो संचालक अपनी मांगों को लेकर समर्थन में बुधवार सुबह 10 बजे जिला मुख्यालय में लॉकडाउन व कोरोना कर्फ्यू के नियमों की पालना करते हुए 2 से 3 डिपो संचालक 2 घंटे का प्रदर्शन करके सांकेतिक हड़ताल करेंगे. यदि इसके बाद भी प्रदेश सरकार ने डिपो संचालकों के हित में फैसला नहीं लिया, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे.
ये भी पढ़ेंः- कोरोना काल में जान से हो रहा खिलवाड़! सरकारी डिपुओं में बायोमेट्रिक मशीन से ही मिल रहा राशन