हमीरपुर: उत्तरी भारत के प्रसिद्ध बाबा बालक नाथ दियोटसिद्ध मंदिर में रविवार को हजारों श्रद्धालुओं ने शीश नवाया. पंजाब, हिमाचल के अलावा हरियाणा से भी बहुत सारे श्रद्धालु बाबा जी के दरबार में शीश नवाने के लिए दियोटसिद्ध मंदिर पहुंचे.
बाबा बालक नाथ मंदिर पहुंचे श्रद्धालु मायूस
बाबा बालक नाथ की नगरी में जयकारे सुनाई दे रहे थे. लेकिन बाबा बालक नाथ के दरबार में पहुंचने वाले श्रद्धालु काफी मायूस दिखे. उनका कहना था कि अब पूरे भारतवर्ष में कोविड महामारी ढीली पड़ गई है और चिंतपूर्णी मंदिर न्यास की ओर से भी माता जी का हवन कुंड खोल दिया गया है, लेकिन बाबा बालक नाथ मंदिर न्यास की ओर से अभी तक ना तो धुना खोला गया है. इसके साथ ही यहां श्रद्धालुओं को बाबा जी की गुफा के पास जाने की इजाजत भी नहीं दी जा रही है.
गुफा में जाने की मांगी इजाजत
बाबा बालक नाथ मंदिर में दूर से ही श्रद्धालुओं को बाबा जी के दर्शन करवाए जा रहे हैं. इस वजह से यहां पर आने वाले श्रद्धालु काफी मायूस दिखे. अमृतसर से आए भक्त प्रेम लाल का कहना है कि जिस तरह सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के साथ महिला दर्शन के पास से ही पुरुष श्रद्धालुओं को दर्शन करवाए जा रहे हैं. उसी तरह सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क को मद्देनजर रखते हुए श्रद्धालुओं को बाबा बालक नाथ की गुफा में जाने की इजाजत दी जानी चाहिए.
दर्शन नजदीक से करने की मांग
श्रद्धालुओं का कहना है कि 500 से 700 किलोमीटर अपडाउन करके वह बाबाजी के दरबार में पहुंचते हैं. इतनी दूर आकर उन्हें बहुत आस होती है कि वह नजदीक से बाबा बालक नाथ का दीदार करें. वहीं, उन्होंने मंदिर न्यास कमिश्नर और डीसी हमीरपुर से मांग की है कि बाबा बालक नाथ के हवन कुंड को भी श्रद्धालुओं के लिए खोला जाए. श्रद्धालु बड़ी आस्था लेकर अपने घर से पवित्र हवन कुंड एवं गुफा का दर्शन करने के लिए आते हैं. एसओपी के तहत श्रद्धालुओं को अब हवन कुंड एवं गुफा के दर्शन करवाए जाएं.
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