हमीरपुर: जिला की जंदडू पंचायत में कोरोना से अग्रिम पंक्ति में जंग लड़ रहे कोरोना हेल्थ वर्कर्स की टीम ने मिसाल कायम की है. टीम ने कश्मीरी मजदूरों को घर वापस भेजने के लिए रात 11:00 बजे तक अपने कार्य को बखूबी अंजाम दिया.
हालांकि यहां पर प्रशासन की चूक भी सामने आई जिस वजह से हेल्थ वर्करों की टीम परेशान हुई, लेकिन टीम को लीड करने वाले डॉक्टर सुरेंद्र सिंह डोगरा की अगुवाई में टीम ने देर रात तक अपने फर्ज को पूरा करने के लिए का कार्य किया.
इस पंचायत से 35 कश्मीरी मजदूरों को वापस भेजा जाना था इसके लिए एक दिन पहले ही आदेश जारी कर दिए गए थे, लेकिन सुजानपुर और हमीरपुर उपमंडल के अधिकारियों के तालमेल की कमी की वजह से हेल्थ वर्कर की टीम को घंटों इंतजार करना पड़ा.
स्थानीय पंचायत के अधिकारियों ने हेल्थ वर्कर की टीम का पूरा साथ दिया. इस दौरान पंचायत प्रधान भी मौके पर मौजूद रहे. दरअसल इस पंचायत को लेकर दोनों उपमंडल के अधिकारी उलझन में थे कि किस क्षेत्र के अधिकारी को मौके पर भेजना है जिस वजह से दोपहर को मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम उनका इंतजार करती रही.
कश्मीरी मजदूरों को जांच के बाद वापस भेजा जाना था. देर शाम तक अधिकारी इसी उलझन में उलझे रहे कि किस क्षेत्र के अधिकारी को मौके पर भेजा जाए. टौणी देवी के नायब तहसीलदार को आखिरकार मौके पर भेजा गया और इसके बाद हेल्थ वर्करों की टीम ने आगामी काम को अंजाम दिया.
इस बारे में स्थानीय पंचायत के प्रधान प्रवीण लगवाल का कहना है कि कुछ हद तक देरी हुई है जिस वजह से हेल्थ वर्कर की टीम को इंतजार करना पड़ा. उन्होंने ये भी कहा कि हेल्थ वर्कर की टीम ने अपने कर्तव्य का बखूबी पालन करते हुए देर रात तक इस कार्य को किया उनका कार्य प्रशंसनीय है.
इस बारे में एसडीएम हमीरपुर चिरंजी लाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शाम छह बजे के करीब टीम को भेज दिया गया था उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप के माध्यम से ही इन लोगों की सूची या आवेदन मिल रहे हैं जिस वजह से स्क्रुटनी में दिक्कत पेश आ रही है. उन्होंने कहा कि अग्रिम पंक्ति में हेल्थ वर्कर की टीम कार्य कर रही है. इस टीम ने सराहनीय कार्य किया है.