हमीरपुर: लॉकडाउन में फंसे उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों की वापसी के लिए प्रियंका गांधी ने 1000 बसों की पेशकश की है. इस पर योगी सरकार और कांग्रेस के बीच सियासी घमासान लगातार जारी है. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम कौशल ने कहा कि प्रियंका गांधी द्वारा मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए उपलब्ध करवाई गई बसों को लेकर जिस प्रकार की राजनीति योगी सरकार कर रही है उससे भाजपा का असली चरित्र जनता के सामने आया है.
प्रेम कौशल ने कहा कि असहाय मजदूरों की मदद करने के लिए आगे आने वालों को सहयोग करने के बजाए उन पर तंज कसा जा रहा है. योगी सरकार की कार्यप्रणाली से सिद्ध हो गया कि भाजपा का एजेंडा हर मुद्दे पर राजनीति करना है. भाजपा नेताओं की मानसिकता विपक्ष से नफरत करने एवं उन्हें अपमानित करने की है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कोविड केयर फंड में जमा की गई राशि से मजदूरों की मदद नहीं की जा रही है.
दरअसल, 16 मई को प्रियंका गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मजदूरों की वापसी के लिए 1000 बस देने की पेशकश की थी. इस पर 18 मई को अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने मंजूरी देते हुए बसों की लिस्ट मांगी और साथ ही बसों के फिटनेस सर्टिफिकेट का पेच भी फंसा दिया. इसके प्रियंका गांधी और योगी सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा.
प्रियंका और योगी सरकार के बीच तनातनी और वार-पलटवार के बीच मजदूर पिस रहा है. पिछले चार दिनों से चल रहा यह राजनीतिक संग्राम जारी है, जिसके बीच घर लौटने वाले प्रवासी मजदूर बेबस व लाचार है और पैदल ही अपने घर जाने के लिए मजबूर है