भोरंज/हमीरपुर: कांग्रेस के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर एवं भोरंज से प्रत्याशी रहे सुरेश कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के भोरंज दौरे को मात्र पिकनिक मनाने और करोना से स्वस्थ लाभ का बहाना बताया. सुरेश कुमार ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री को कंज्याण में बैठकर बिना बजट की योजनाओं के शिलान्यास ही करने थे, तो वह इस कार्य को शिमला बैठकर भी कर सकते थे.
जनता के पैसे को हेलीकॉप्टर पर फूंक कर कंज्याण आने की क्या आवश्यकता थी. मुख्यमंत्री ने जन समस्याएं भी नहीं सुनी आंगनवाडी, आशा वर्कर व सरकारी कर्मचारियों को जबरदस्ती बुलाकर मात्र भाषण सुनाया.
सुरेश कुमार ने कहा कि एक तरफ कोरोना काल में जनता त्रस्त है और वहीं सरकार के मुख्यमंत्री व मंत्री सरकारी खजाने का दुरुपयोग कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बिजली बिल, नया बिजली मीटर, सिमेंट, बस किराए और स्कूल, कॉलेजों की फीस बढ़ोतरी से जनता से पैसा इकट्ठा कर रही है और अपने एशो-आराम पर खर्च कर रही है.
कांग्रेस सरकार द्वारा संचालित वर्तमान मेवा बमशन पेयजल योजना को ही सरकार सही तरीके से नहीं चला पा रही है और लोगों को भरी बरसात में भी पानी से महरूम रहना पड़ा क्योंकि इसका पानी किसी अन्य जिला में चला गया है. ऐसे में इसके विस्तारीकरण की बातें मात्र शिगूफा है.
इसी तरह मालियां सधरियान पेयजल योजना के विस्तारीकरण का कार्य भी कांग्रेस कार्यकाल में शुरू हो चुका है और लगभग आधा काम हो चुका है. इसकी इस समय घोषणा करना भी मात्र लोगों को भ्रमित करना है.
सुरेश कुमार ने कहा कि जिन सड़कों के कार्य की बात मुख्यमंत्री जी के द्वारा की जा रही है, वे सब कांग्रेस कार्यकाल में बनकर तैयार हो चुकी हैं और उनकी मरम्मत व रखरखाव को ही मुख्यमंत्री द्वारा घोषित करना यह बड़ी हैरानी की बात है.
मुख्यमंत्री को जाहू में सब तहसील, भोरंज में सब जज कोर्ट व चमवोह में औद्योगिक क्षेत्र की घोषणा के साथ ही उनको जाहू हवाई अड्डे पर भी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए थी जोकि लोगों की मूल मांगें हैं, लेकिन इन पर मुख्यमंत्री ने कुछ नहीं कहा और बिना बजट के शिलान्यास करके चले गए. इसी से मालूम होता है कि मुख्यमंत्री हाल ही में करोना से उभरे हैं और वह मात्र स्वस्थ लाभ के लिए ही यहां आए थे.
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