ETV Bharat / state

कमांडिंग अफसर को इंचार्ज लिखने पर भड़के कर्नल, लिखा- SP साहब यह कोई आपका पुलिस थाना नहीं

हमीरपुर में भारतीय सेना के कर्नल अपने लिए इंचार्ज शब्द इस्तेमाल किए जाने पर भड़क गए. कर्नल को स्वतंत्रता दिवस के लिए पत्र जारी किया गया था. इसमें कर्नल के बजाय इंचार्ज शब्द का इस्तेमाल किए जाने पर कमांडिंग ऑफिसर ने आपत्ति जाहिर की है.

author img

By

Published : Aug 16, 2019, 7:42 AM IST

hamirpur

हमीरपुर: जिला हमीरपुर में भारतीय सेना के कर्नल ने अपने लिए इंचार्ज शब्द इस्तेमाल किए जाने पर आपत्ति जाहिर की है. कर्नल को एनसीसी कैडेट को स्वतंत्रता दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम के लिए भेजने के लिए पत्र जारी किया गया था, लेकिन इस पत्र को कर्नल के बजाय इंचार्ज शब्द से एड्रेस किए जाने पर कमांडिंग ऑफिसर भड़क गए.

'एसपी साहब यह आपका कोई पुलिस थाना नहीं है यहां भारतीय सेना के कर्नल रहते हैं कोई इंचार्ज नहीं' तंज से भरे यह शब्द अंश है उस पत्र के जो सेना अधिकारी ने जिला हमीरपुर के आईपीएस अधिकारी को भेजा है. बता दें कि यह पत्र उस लेटर का जवाब है जो एसपी हमीरपुर ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हमीरपुर में स्थित चार हिमाचल प्रदेश स्वतंत्र कंपनी एनसीसी यूनिट के कमांडिंग आफिसर कर्नल एम बख्शी को लिखा था.

दरअसल पूरा मामला इस तरह से है कि पत्र स्वतंत्रता दिवस पर परेड के लिए एनसीसी कैडेट्स भेजने के लिए एसपी कार्यालय हमीरपुर की ओर से लिखा गया था. इसमें गलती यह थी कि कमांडिंग ऑफिसर की जगह यह पत्र एनसीसी इंचार्ज के नाम से एड्रेस किया गया था. इस पर कमांडिंग ऑफिसर कर्नल भड़क गए.

कर्नल ने जवाबी पत्र में नाराजगी जाहिर करते हुए लिख दिया कि ''पुलिस अधीक्षक साहब यह आपका कोई पुलिस थाना नहीं, यह एक कर्नल का एनसीसी यूनिट कार्यालय है जहां थाना के इंचार्ज नहीं बल्कि भारतीय सेना के कर्नल रहते हैं. इसलिए अपने लिपिक स्टाफ को यह स्पष्ट निर्देश दे दीजिए कि भविष्य में इस तरह के आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग न करें''.

कर्नल एम बख्शी ने आपत्ति जाहिर करते हुए लिखा है कि आईपीएस अधिकारियों की ट्रेनिंग में भारतीय सेना की पूरी जानकारी दी जाती है, लेकिन इसके बावजूद इस तरह की गलती समझ से परे है.

हालांकि जब इस बारे में कमांडिंग ऑफिसर कर्नल से बात करने का प्रयास किया गया तो उनके कार्यालय में तैनात जेसीओ सूबेदार सतेंद्र सिंह ने बताया कि कर्नल साहब मेडिकल चेकअप के लिए चंडीगढ़ गए हैं. ये जवाबी पत्र 9 तारिख को कर्नल की ओर से एसपी को लिखा गया है.

बता दें कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय हमीरपुर से हर साल की तरह इस बार भी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस में परेड के लिए एनसीसी कैडेट्स भेजने के लिए 2 अगस्त को यह पत्र लिखा गया था. पत्र एनसीसी के कैडेट स्वतंत्रता दिवस की जिला स्तरीय कार्यक्रम के लिए भेजने के लिए जारी किया गया था.

पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अजीत सिंह ठाकुर ने कहा कि कार्यालय के स्टाफ ने स्वतंत्रता दिवस परेड में एनसीसी कैडेट्स भेजने को लेकर पत्र लिखा था. इस पर एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एम बख्शी ने 'इंचार्ज' शब्द पर आपत्ति जताई है.

ये भी पढ़ें: 'जिम्मेदार' ही तोड़ रहे नियम, हमीरपुर में बिना सीट बेल्ट के दिखे कई मंत्रियों के ड्राइवर

हमीरपुर: जिला हमीरपुर में भारतीय सेना के कर्नल ने अपने लिए इंचार्ज शब्द इस्तेमाल किए जाने पर आपत्ति जाहिर की है. कर्नल को एनसीसी कैडेट को स्वतंत्रता दिवस के जिला स्तरीय कार्यक्रम के लिए भेजने के लिए पत्र जारी किया गया था, लेकिन इस पत्र को कर्नल के बजाय इंचार्ज शब्द से एड्रेस किए जाने पर कमांडिंग ऑफिसर भड़क गए.

'एसपी साहब यह आपका कोई पुलिस थाना नहीं है यहां भारतीय सेना के कर्नल रहते हैं कोई इंचार्ज नहीं' तंज से भरे यह शब्द अंश है उस पत्र के जो सेना अधिकारी ने जिला हमीरपुर के आईपीएस अधिकारी को भेजा है. बता दें कि यह पत्र उस लेटर का जवाब है जो एसपी हमीरपुर ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हमीरपुर में स्थित चार हिमाचल प्रदेश स्वतंत्र कंपनी एनसीसी यूनिट के कमांडिंग आफिसर कर्नल एम बख्शी को लिखा था.

दरअसल पूरा मामला इस तरह से है कि पत्र स्वतंत्रता दिवस पर परेड के लिए एनसीसी कैडेट्स भेजने के लिए एसपी कार्यालय हमीरपुर की ओर से लिखा गया था. इसमें गलती यह थी कि कमांडिंग ऑफिसर की जगह यह पत्र एनसीसी इंचार्ज के नाम से एड्रेस किया गया था. इस पर कमांडिंग ऑफिसर कर्नल भड़क गए.

कर्नल ने जवाबी पत्र में नाराजगी जाहिर करते हुए लिख दिया कि ''पुलिस अधीक्षक साहब यह आपका कोई पुलिस थाना नहीं, यह एक कर्नल का एनसीसी यूनिट कार्यालय है जहां थाना के इंचार्ज नहीं बल्कि भारतीय सेना के कर्नल रहते हैं. इसलिए अपने लिपिक स्टाफ को यह स्पष्ट निर्देश दे दीजिए कि भविष्य में इस तरह के आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग न करें''.

कर्नल एम बख्शी ने आपत्ति जाहिर करते हुए लिखा है कि आईपीएस अधिकारियों की ट्रेनिंग में भारतीय सेना की पूरी जानकारी दी जाती है, लेकिन इसके बावजूद इस तरह की गलती समझ से परे है.

हालांकि जब इस बारे में कमांडिंग ऑफिसर कर्नल से बात करने का प्रयास किया गया तो उनके कार्यालय में तैनात जेसीओ सूबेदार सतेंद्र सिंह ने बताया कि कर्नल साहब मेडिकल चेकअप के लिए चंडीगढ़ गए हैं. ये जवाबी पत्र 9 तारिख को कर्नल की ओर से एसपी को लिखा गया है.

बता दें कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय हमीरपुर से हर साल की तरह इस बार भी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस में परेड के लिए एनसीसी कैडेट्स भेजने के लिए 2 अगस्त को यह पत्र लिखा गया था. पत्र एनसीसी के कैडेट स्वतंत्रता दिवस की जिला स्तरीय कार्यक्रम के लिए भेजने के लिए जारी किया गया था.

पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अजीत सिंह ठाकुर ने कहा कि कार्यालय के स्टाफ ने स्वतंत्रता दिवस परेड में एनसीसी कैडेट्स भेजने को लेकर पत्र लिखा था. इस पर एनसीसी के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल एम बख्शी ने 'इंचार्ज' शब्द पर आपत्ति जताई है.

ये भी पढ़ें: 'जिम्मेदार' ही तोड़ रहे नियम, हमीरपुर में बिना सीट बेल्ट के दिखे कई मंत्रियों के ड्राइवर

Intro:एसपी साहब यह कोई आपका पुलिस थाना नहीं है यहां सेना के कर्नल रहते हैं, जानिए सेना के अधिकारी एक आईपीएस को लिखे पत्र की कहानी
हमीरपुर.
एसपी साहब यह आपका कोई पुलिस थाना नहीं है यहां भारतीय सेना के कर्नल रहते हैं कोई इंचार्ज नहीं. तंज से भरे यह शब्द अंश है उस पत्र के जो एक सेना के अधिकारी द्वारा जिला हमीरपुर का जिम्मा देख रहे आईपीएस अधिकारी को भेजा गया है. बता दें कि यह पत्र उस लेटर का जवाब जो कि एसपी हमीरपुर ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हमीरपुर में स्थित चार हिमाचल प्रदेश स्वतंत्र कंपनी एनसीसी यूनिट के कमांडिंग आफिसर कर्नल एम बख्शी को लिखा था। पत्र स्वतंत्रता दिवस पर परेड के लिए एनसीसी कैडेट्स भेजने के लिए एसपी कार्यालय हमीरपुर की ओर से लिखा गया था लेकिन इसमें गलती यह थी कि कमांडिंग ऑफिसर की जगह यह पत्र एनसीसी इंचार्ज के नाम से एड्रेस किया गया था। जिस पर कमांडिंग आफिसर कर्नल भड़क गए। जवाबी पत्र में नाराजगी जाहिर करते हुए कर्नल ने तो यह तक लिख दिया पुलिस अधीक्षक साहब यह आपका कोई पुलिस थाना नहीं यह एक कर्नल का एनसीसी यूनिट कार्यालय है जहां थाना के इंचार्ज नहीं बल्कि भारतीय सेना के कर्नल रहते हैं इसलिए अपने लिपिक स्टाफ को यह स्पष्ट निर्देश दे दीजिए कि भविष्य में इस तरह के आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग ना करें। कर्नल ने एसपी के नाम संबोधित इस पत्र में कहा है कि पुलिस कार्यालय के लिपिक स्टाफ को इस बारे में उचित दिशा निर्देश दिए जाने चाहिए उन्होंने आपत्ति जताते हुए लिखा है कि आईपीएस अधिकारियों की ट्रेनिंग में भारतीय सेना की पूरी जानकारी दी जाती है लेकिन इसके बावजूद इस तरह की गलती समझ से परे है। हालांकि जब इस बारे में कमांडिंग आफिसर कर्नल से बात करने का प्रयास किया गया तो उनके कार्यालय में तैनात जेसीओ सूबेदार सतेंद्र सिंह ने बताया कि कर्नल साहब मेडिकल चेकअप के लिए चंडीगढ़ गए हैं लिहाजा उनसे बात नहीं हो सकी बताया जा रहा है कि 9 अगस्त को यहां जवाबी पत्र कर्नल की ओर से एसपी को लिखा गया है।
बता दें कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय हमीरपुर से हर वर्ष की भांति इस बार भी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस में परेड के लिए एनसीसी कैडेट्स भेजने के लिए 2 अगस्त को यह पत्र लिखा गया था पत्र में एनसीसी के कैडेट स्वतंत्रता दिवस की जिला स्तरीय कार्यक्रम के लिए भेजने के लिए जारी किया गया था लेकिन इस पत्र को कर्नल के बजाय इंचार्ज शब्द से एड्रेस किए जाने पर कमांडिंग ऑफिसर भड़क गए। उन्होंने बकायदा पत्र लिखकर इंचार्ज शब्द पर आपत्ति जताई है। उधर जब इस बारे में पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अजीत सिंह ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कार्यालय के स्टाफ ने स्वतंत्रता दिवस परेड में एनसीसी कैडेट्स भेजने को लेकर पत्र लिखा था एमसीसी के कमांडिंग आफिसर कर्नल एम बक्शी ने इंचार्ज शब्द पर आपत्ति जताई है।






Body:फह


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.