हमीरपुर: विवादों में रही हिमाचल पुलिस की कांस्टेबल भर्ती एक बार फिर विभागीय लापरवाही के चलते कटघरे में है. हमीरपुर की एक युवती को ट्रेनिंग सेंटर डरोह ने कम लंबाई के चलते बाहर कर दिया है, जबकि इस युवती ने पहले ग्राउंड, दो बार लिखित परीक्षा और उसके बाद इंटरव्यू पास किया है.
जानकारी के अनुसार महिला कांस्टेबल के लिए लंबाई पांच फीट दो इंच अनिवार्य है, लेकिन हमीरपुर से चयनित युवती की ऊंचाई निर्धारित से कुछ सेंटीमीटर कम निकली है. पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह में ये मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमा सकते में आ गया है.
मामला सामने आते ही प्रशिक्षण संस्थान के कमांडेंट ने अगली कार्रवाई के लिए फाइल पुलिस महानिदेशालय शिमला भेज दी है. अब इस मामले की जांच बिठा दी गई है.
पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अर्जित सिंह ठाकुर ने कहा कि मामला सामने पर आईजी मंडी एवं जिला भर्ती कमेटी अध्यक्ष के आदेशों पर एक कमेटी गठित की गई थी. वहीं,जांच के बाद जिला भर्ती कमेटी के अध्यक्ष आईजी मंडी को रिपोर्ट सौंप दी गई है.
इसके बाद हमीरपुर में जांच कमेटी के सामने दोबारा से चयनित प्रशिक्षु महिला कांस्टेबल की नए सिरे से ऊंचाई मापने पर लंबाई कम निकली. अब सवाल ये उठ रहा है कि हर जिला में पुलिस भर्ती के लिए आईजी की अध्यक्षता में कमेटी बनी थी. इस कमेटी में एसपी, एएसपी, डीएसपी और इंस्पेक्टर और स्वास्थ्य अधिकारी शामिल होते हैं, जो अभ्यर्थियों के शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच-पड़ताल के बाद अभ्यर्थियों की ऊंचाई, छाती, वजन की जांच करते हैं.
वहीं, पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय में ट्रेनिंग के लिए पहुंचने के बाद अयोग्य करार देने से चयनित प्रशिक्षु महिला कांस्टेबल भी सदमे में है. अब वह न्याय पाने के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने जा रही हैं.