हमीरपुर: एलओसी और एलएसी को लेकर लगातार आम लोगों में भ्रम की स्थिति बनी रहती है. इन दिनों भारत-चीन के बीच एलएसी पर हुई झड़प से एक बार फिर एलओसी और एलएसी का मुद्दा चर्चा में हैं. ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत में करगिल वॉर हीरो सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने बारीकी से एलएसी और एलओसी के अंतर को परिभाषित किया है. उन्होंने उदाहरण सहित दोनों सीमाओं के अंतर को समझाया है.
हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक निगम के सीएमडी सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने कहा कि एलओसी और एलएसी में काफी अंतर होता है. एक दूसरे देश की सीमाएं लगभग आमने सामने होने की स्थिति में ये सीमा एलओसी कहलाती है. इसके लिए खुशहाल ठाकुर ने करगिल का उदाहरण दिया है, जहां पर भारत और पाकिस्तान की फौज आमने-सामने हैं. वहीं, एलएसी में दोनों देशों की सीमाओं के बीच में एक खाली जगह होती है. साथ ही सेना एक दूसरे से दूर होती हैं. भारत और चीन के बीच एलएसी यानी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल है. एलएसी भारतीय नियंत्रित क्षेत्र को चीनी-नियंत्रित क्षेत्र से अलग करता है. यह एक बड़ा खाली क्षेत्र है. भारत और चीन की सेना कई किलोमीटर की दूरी बनाकर इसकी निगरानी करती है.
सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने कहा कि इस तरह की कई संधियां दो देशों के बीच में हुई होती हैं, जिसमें एलएसी के क्षेत्र में बिना हथियारों के ही पेट्रोलिंग की जाती है, ताकि कोई भी घटना इन क्षेत्रों में दो देशों की सेना के बीच पेश न आये.
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